नई दिल्ली, 07 जनवरी, (वीएनआई) जेएनयू में नकाबपोशों द्वारा छात्रों और शिक्षकों पर हुए हमले की विपक्ष द्वारा स्वतंत्र न्यायिक जांच की मांग के बीच सोनिया गांधी ने अब चार सदस्यों की जांच टीम बना दी है। जबकि बीजेपी ने आरोप लगाया है कि विपक्ष घटना पर राजनीतिक कर रहा है।
सोनिया गांधी ने एक बयान जारी कर कहा कि सरकार विरोध की आवाज को कुचलने पर आमादा है। उन्होंने कहा है कि आज देश में युवाओं और छात्रों की आवाज को दबाया और उनका मजाक बनाया जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि मोदी सरकार के संरक्षण में देश के युवाओं की आवाज को दबाकर गुंडों द्वारा हिंसा को बढ़ावा दिया जा रहा है। जेएनयू में हुई हिंसा पर सोनिया गांधी ने कहा कि कल जेएनयू में छात्रों-फैकल्टी पर हुआ हमला सरकार के द्वारा लोगों की असहमति की आवाज को दबाने के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने कहा युवाओं पर भयावह एवं अप्रत्याशित ढंग से हिंसा की गई और ऐसे करने वाले गुंडों को सत्तारूढ़ मोदी सरकार की ओर से उकसाया गया है।
गौरतलब है कि हमले के बाद जेएनयू गेट पर पहुंचे कांग्रेस प्रवक्ता उदित राज ने आरोप लगाया है कि बीजेपी के स्थानीय नेता भीड़ का नेतृत्व कर कर रहे थे। उदित राज ने कहा, 'मैं 9:00 बजे जेएनयू जेएनयू गेट पर पहुंच गया था। मैंने वहां देखा कि बीजेपी नेताओं के नेतृत्व में करीब डेढ़ सौ लोग नारे लगा रहे थे, वामपंथी गुंडों को गोली मारो। बीजेपी ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है।
No comments found. Be a first comment here!