भोपाल/मंदसौर, 14 जून (वीएनआई)| मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन के दौरान लिस कार्रवाई में मारे गए छह किसानों के परिजनों से मुलाकात करने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज दिवसीय दौरे पर मंदसौर पहुंच गए हैं, जहां वह पुकर रहे हैं। वहीं, राजधानी भोपाल में किसानों की मांगों के समर्थन व पुलिस कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में बुधवार से 72 घंटे का सत्याग्रह शुरू कर रही है।
मुख्यमंत्री चौहान राजकीय विमान से भोपाल से मंदसौर पहुंचे। यहां से वह बडवन पहुंचे, जहां उन्होंने घनश्याम धाकड़ के परिजनों से मुलाकात की। धाकड़ की पुलिस पिटाई से मौत हुई थी। धाकड़ के परिजनों में पुलिस को लेकर खासी नाराजगी है। मुख्यमंत्री चौहान ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि वे उनकी हर संभव मदद करेंगे। मुख्यमंत्री मंदसौर के लोध गांव जाएंगे। यहां से वह नीमच जिले के जीरन में ग्राम नयाखेड़ा, मंदसौर के बरखेडापंथ, पिपलिया मंडी, बूढ़ा, टकरावद, सुवासरा में हिंसा प्रभावित परिवारों से मुलाकात करेंगे। वहां से मंदसौर पहुंचकर संजय गांधी उद्यान स्थित पंडित मदनलाल जोशी सभागृह में नागरिकों और किसानों से मुलाकात करेंगे। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, चौहान रात्रि विश्राम मंदसौर में ही करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान गुरुवार को भी मंदसौर में ही रहेंगे और विभिन्न स्थानीय कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने बुधवार से 72 घंटे के सत्याग्रह की घोषणा की है। टीटी नगर के दशहरा मैदान में दोपहर (तीन बजे) से शुरू होने वाले इस सत्याग्रह का नेतृत्व सिंधिया करेंगे। इस सत्याग्रह में प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह सहित कई नेता मौजूद रहेंगे। सत्याग्रह के बाद 17 जून को कांग्रेस ने खरगाौन के खलघाट में किसान महापंचायत का आयोजन किया है। ज्ञात हो कि किसान आंदोलन के दौरान मंदसौर में पुलिस कार्रवाई में छह किसानों की जान चली गई थी। मुख्यमंत्री चौहान ने इनके परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता व परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी देने का ऐलान किया था। पीड़ितों को यह राशि मंगलवार तक नहीं मिल पाई थी। राज्य शासन द्वारा मंगलवार को मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान से एक करोड़ रुपये प्रति व्यक्ति के मान से छह करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत कर दी गई। यह सहायता राशि मंदसौर के जिलाधिकारी के माध्यम से ई-पेमेंट द्वारा मृतकों के परिजन को दी जाएगी।