नई दिल्ली, 19 जनवरी (वीएनआई)| जल्लीकट्ट के समर्थन में जारी व्यापक विरोध-प्रदर्शन के बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम ने आज राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। उन्होंने प्रधानमंत्री को हालात की जानकारी दी और केंद्र सरकार से इस पर जरूरी कदम उठाने की मांग की।
प्रधानमंत्री कार्यालय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल के अनुसार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जल्लीकट्टू पर प्रतिबंध को लेकर चर्चा की गई। प्रधानमंत्री ने जहां जल्लीकट्ट के सांस्कृतिक महत्व को सराहा, वहीं मामले को न्यायालय में विचाराधीन बताया। एक अन्य ट्वीट में कहा गया, "केंद्र सरकार इस दिशा में राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का समर्थन करेगी। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।" ट्वीट के जरिये यह भी बताया गया है कि एक केंद्रीय टीम जल्द ही तमिनाडु रवाना होगी।
इस बीच, ऐसी रिपोर्ट्स भी हैं कि मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम ने प्रधानमंत्री मोदी से एक अध्यादेश जारी कर तमिलनाडु में जल्लीकट्ट के आयोजन की अनुमति देने का अनुरोध किया है। तमिलनाडु में जल्लीकट्ट के आयोजन पर सर्वोच्च न्यायालय ने मई 2014 में प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद से ही लोग केंद्र सरकार से जल्लीकट्ट के आयोजन की अनुमति के लिए आवश्यक कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। गौरतलब है राज्य में जल्लीकट्ट के समर्थन में प्रदर्शन की शुरुआत सोमवार को हुई थी, जिसके बाद कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया था। इसके बाद विरोध-प्रदर्शन और भड़क गया। मरीना बीच पर हजारों की तादाद में युवक-युवतियां आज भी प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं। लोग जल्लीकट्ट पर प्रतिबंध को तमिलनाडु की संस्कृति का अपमान बता रहे हैं। इसके लिए पशु अधिकार संगठन पीपुल फॉर एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) भी उनके निशाने पर हैं।