लखनऊ, 4 जनवरी (वीएनआई)। निर्वाचन आयोग द्वारा उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा का बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने जहां स्वागत किया है। वहीं उत्तरप्रदेश में सत्ता पर काबिज सपा सरकार द्वारा विधान सभा चुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरूपयोग की आशंका जताई है। साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग से अपील की है कि निष्पक्ष चुनाव के लिए वह केन्द्र सरकार को एक फरवरी को आमबजट पेश करने से रोके।
बसपा सुप्रीमों मायावती ने कहा कि बसपा उप्र, उत्तराखण्ड और पंजाब तीनों राज्यों में अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी। किसी राजनीतिक दल से गठबंधन नहीं करेगी। पार्टी मुखिया मायावती अपने जारी बयान में कहा कि उ.प्र. जैसे बड़े राज्य में स्वतन्त्र, निष्पक्ष व शान्तिपूर्ण चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा सात चरणों में मतदान कराए जाने का फैसला स्वागत योग्य है। हालांकि साथ ही सपा सरकार की लचर कानून व्यवस्था पर निशाना साधते हुए यह आशंका जताई कि उप्र की सपा सरकार सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर सकती है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार के शासनकाल में अराजकता एवं जंगलराज का दौर लगातार जारी है। प्रदेश सरकार पुलिस व प्रशासन को संकीर्ण राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति के लिए लगातार इस्तेमाल करती है। ऐसे में इस काम चलाऊ सरकार द्वारा सरकारी मशीनरी के दुरूपयोग की आशंका है।
मायावती ने निर्वाचन आयोग से अपील करते हुए कहा कि उप्र में स्वतन्त्र, निष्पक्ष चुनाव हो इसके लिए जरूरी है कि यहां केन्द्रीय सुरक्षा बलो की अधिक से अधिक तैनाती हो तथा स्थानीय पुलिस पर भी कड़ी नजर रखी जाए। बसपा मुखिया ने कहा कि केंद्र सरकार एक फरवरी को आम बजट पेश करने वाली है। जिसमें मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए लोक लुभावन योजनाएं पेश सकती है। इसलिए चुनाव आयोग केन्द्र सरकार को एक फरवरी को आमबजट पेश नहीं करने के लिए निर्देशित करे, ताकि निष्पक्ष चुना हो सके।