बेंगलुरु, 06 जुलाई, (वीएनआई) कर्नाटक में आज कांग्रेस के आठ विधायकों और जेडीएस के तीन विधायकों के इस्तीफे के बाद राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार पर संकट मंडराने लगे हैं।
कांग्रेस और जेडीएस के ये सभी विधायक आज अपना इस्तीफा देने के लिए स्पीकर से मिलने पहुंचे थे, लेकिन स्पीकर फिलहाल विधानसभा वहां मौजूद नहीं है। इस्तीफा देने वाले विधायकों में रमेश जारकीहोली, एच विश्वनाथ, प्रताप गौड़ा पाटिल शामिल हैं। कांग्रेस के विजयनगर विधायक आनंद सिंह और गोकके विधायक राजेश जरकीहोली ने अपनी विधानसभा की सदस्यता से पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं। तो वहीं जेडीएस में गठबंधन सरकार से एच विश्वनाथ, नारायण गौड़ा और के गोपालैया असंतुष्ट हैं। इसके आलावा कांग्रेसी विधायकों में रामलिंग रेड्डी, सौम्या रेड्डी, एन मुनिरत्ना, एसटी सोमशेखर और बैराठी बसवराज का एक समूह स्पीकर से मिलने पहुंचा।
वहीं राज्य के उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने कर्नाटक सरकार पर बढ़े संकट को देखते हुए सभी विधायकों और नगर सेवकों की एक आपात बैठक बुलाई है, विधायकों के इस्तीफे भेजने के बाद कर्नाटक में कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार के गिरने का खतरा मंडरा रहा है। हालांकि, दोनों दलों ने बार-बार कहा है कि गठबंधन को कोई खतरा नहीं है और सरकार अपना पूरा कार्यकाल पूरा करेगी। गौरतलब है 224 सीटों वाले कर्नाटक विधानसभा में सत्ता हासिल करने का बहुमत का आंकड़ा 113 है। दूसरी ओर मुख्य विपक्षी भाजपा के पास 105 विधायक हैं, बहुजन समाज पार्टी का एक विधायक और एक स्वतंत्र विधायक है। वहीं नए इस्तीफों के बाद कुमार स्वामी सरकार के पास सत्ता में बने रहने के उतने विधायक नहीं बचे हैं, जितनी की उन्हें जरूरत है।
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