बेंगलुरू, 31 जनवरी (वीएनआई)| भारत और इंग्लैंड के खिलाफ खेली जा रही तीन टी-20 मैचों की श्रृंखला अब 1-1 की बराबरी परआ पहुंची है। ऐसे में दोनों टीमें जब एम.चिन्नास्वामी स्टेडियम में बुधवार को होने तीसरे टी-20 मैच में मैदान पर उतरेंगी तो दोनों को ही जीत से कम कुछ भी मंजूर नहीं होगा। ऐसी स्थिति में मैच के रोमांचक होने की पूरी उम्मीद है।
कानपुर में खेले गए पहले टी-20 मैच में जीत हासिल कर इंग्लैंड ने बढ़त ले ली थी, लेकिन भारत ने नागपुर में खेले गए दूसरे टी-20 में इंग्लैंड की श्रृंखला जीतने के सपने को ध्वस्त करते हुए शानदार वापसी की और इसे रोमांचक मोड़ पर पहुंचा दिया। टेस्ट और एकदिवसीय श्रृंखलाओं में पिटने के बाद इंग्लैंड पहली बार श्रृंखला में जीत के मुहाने पर खड़ी है लेकिन उसके लिए मेजबानों की चुनौती किसी भी तरह से आसान नहीं होगी।
भारतीय बल्लेबाज़ी की बात करे तो एकदिवसीय और पहले टी-20 में बल्ले से विफल रहने के बाद सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने दूसरे टी-20 में अर्धशतकीय पारी खेली थी।अपने घर में उतर रहे राहुल इस फॉर्म को जारी रखने को कोशिश करेंगे। घरेलू प्रशंसकों को भी उनसे यही उम्मीद होगी। राहुल के साथ कोहली का पारी का आगाज करना तय है। हालांकि भारत को पिछले दोनों मैचों में अच्छी शुरुआत नहीं मिली है। यह बात राहुल और कोहली के जहन में भी होगी। पहले मैच में टीम को संकट से उबारने वाले सुरेशा रैना दूसरे मैच में विफल रहे थे। टी-20 में उनके रूतबे को देखकर रैना की कोई भी टीम हल्के में नहीं ले सकती। कोहली को जरूर युवराज सिंह की थोड़ी चिंता होगी जो दोनों मैचों में विफल रहे हैं। पहले मैच में महेन्द्र सिंह धौनी ने रन किए थे, दूसरे मैच में उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला था। तीसरे मैच में भी उन पर रन करने की जिम्मेदारी होगी।
हालांकि दोनों मैचों में भारत की बल्लेबाजी एक ईकाई के तौर पर प्रदर्शन करने में नाकाम रही है और इसलिए दोनों मैचों में पहले बल्लेबाजी करते हुए भी वह बोर्ड पर बड़ा स्कोर नहीं टांग पाई। आखिरी मैच से पहले मुख्य कोच अनिल कुंबले और कोहली के दिमाग में यह बात होगी। इंग्लैंड की बल्लेबाजी को देखकर बड़ा स्कोर टीम के लिए बेहद जरूरी है। दूसरे मैच में भारतीय गेंदबाजों ने उम्दा प्रदर्शन किया था और छोटे से लक्ष्य को बचाने में सफल रहे थे। अनुभवी आशीष नेहरा ने शुरुआती सफलता के बाद अंत में भी अहम योगदान दिया था। वहीं जसप्रीत बुमराह ने एक बार फिर अपनी डेथ ओवरों की विशेषता को साबित करते हुए अंतिम ओवरों में इंग्लैंड को आठ रन नहीं बनाने दिए थे। बुमराह काफी दिनों से इस तरह का प्रदर्शन करने में असफल रहे थे लेकिन उनके फॉर्म में वापसी से भारतीय खेमा खुश जरूर होगा। भारतीय स्पिनरों युजवेन्द्र चहल और अमित मिश्रा के साथ-साथ पार्ट टाइम ऑफ स्पिनर रैना ने कसी हुई गेंदबाजी की थी। एक बार फिर भारत को अपने गेंदबाजों से इसी प्रदर्शन की उम्मीद होगा।
वहीं दूसरी तरफ इंग्लैंड किसी भी हालत में इस मैच को अपने हाथ से जाने नहीं देगा। इसे जीतने के लिए वह मैदान पर हर कसौटी को पार करने की तैयारी से उतरेगा। उसके लिए यह जीत सिर्फ श्रृंखला की बात नहीं बल्कि उसकी साख की बात भी है। भारत दौरे पर पूरी तरह से विफल रहने के बाद उसके लिए श्रृंखला जीत दौरे के अच्छा अंत करना प्राथमिकता है। टीम के बल्लेबाजों ने सीमित ओवरों में हमेशा से ही अच्छा प्रदर्शन किया है। आखिरी मैच में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन उनके दिमाग में होगा और वह इसके खिलाफ पूरी तैयारी से उतरेंगे। टीम की बल्लेबाज जोए रूट, कप्तान इयोन मोर्गन, जेसन रॉय, बेन स्टोक्स और मोइन अली पर ही निर्भर करेगी। दोनों मैचों में टॉस जीत कर मोर्गन ने गेंदबाजी चुनी है। तीसरे मैच में भी मेहमान इस रणनीति के साथ जा सकते हैं। टी-20 में इंग्लैंड के गेंदबाजों ने संयमित गेंदबाजी की है और भारत के मजबूत बल्लेबाजी क्रम को रोके रखा है। क्रिस जोर्डन इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के साथ खेलते हैं। एक तरह से वह भारत में अपने घर में खेलेंगे। टी-20 विशेषज्ञ तेज गेंदबाज टाइमल मिल्स ने अपने आप को इस श्रृंखला में साबित किया है। उनकी स्लोर गेंद भारतीय बल्लेबाजों को लगतार परेशान कर रही है। वहीं स्पिन में अली भारतीय बल्लेबाजों पर अंकुश लागने में सफल रहे हैं। मोर्गन चाहेंगे की उनके गेंदबाज इसी प्रदर्शन का जारी रखें।
दोनों टीमें इस प्रकार है :-
भारत : विराट कोहली (कप्तान), महेंद्र सिंह धौनी (विकेटकीपर), युवराज सिंह, सुरेश रैना, लोकेश राहुल, ऋषभ पंत, मंदीप सिंह, मनीष पांडे, हार्दिक पांड्या, युजवेंद्र चहल, भुवनेश्वर कुमार, आशीष नेहरा, जसप्रीत बुमराह, परवेज रसूल और अमित मिश्रा।
इंग्लैंड : इयोन मोर्गन (कप्तान), जोए रूट, जेसन रॉय, जॉनी बेयरस्टो, मोइन अली, सैम बिलिंग्स, जोस बटलर, जैक बॉल, लियाम डॉसन, क्रिस जोर्डन, लियाम प्लंकेट, आदिल रशीद, बेन स्टोक्स, डेविड विली और टाइमल मिल्स।