सुनील कुमार ,वी एन आई ,नयी दिल्ली 06 -01-2017
फूल की ख़ुशबू सिर्फ हवा के बहाव में फैलती है मगर अच्छाई हर दिशा में फैलती है
अगर आप की जुबान पर शब्द "धन्यवाद" के अलावा और कोई स्तुति या प्रार्थना नहीं आई तो भी काफी है
अगर आप अच्छाई को सराहते हैं तो यक़ीनन आप भी अच्छे आदमी हैं और अच्छाई आपके भीतर मौजूद है
आपकी अच्छाई इस बात से झलकती है कि आप दूसरों से कैसा व्यवहार करते हैं ,अच्छाई का सम्बन्ध आपके चरित्र से है आप की ईमानदारी व् करुणा से है
हर इंसान अच्छाई के साथ पैदा होता है उसमें कमजोरी होना ,उसका गलती करना , अस्वभाविक नहीं