लखनऊ,1 जनवरी(वी एन आई) उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) का कोहराम एक बार फिर शक्ति परीक्षण की और है पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव द्वारा बुलाये गये पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में आज अखिलेश यादव को जहां मुलायम सिंह के स्थान पर पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया और अमर सिंह को पार्टी से हटाने का फैसला लिया गया, वहीं मुलायम सिंह ने इस अधिवेशन को ही असंवैधानिक करार दे दिया है और 5 जनवरी को फिर से पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाया हैऔर रामगोपाल यादव को पार्टी से 6 साल के लिए बाहर कर दिया है.
मुलायम सिंह ने आज के अधिवेशन में जितने भी प्रस्ताव पारित किये गये उसे खारिज कर दिया और रामगोपाल यादव को पार्टी से 6 साल के लिए बाहर कर दिया है. शिवपाल यादव ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. शिवपाल यादव ने बताया कि रामगोपाल यादव को पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में पार्टी से हटाने का फैसला लिया गया. उन्होंने बताया कि रामगोपाल यादव को राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाने का कोई अधिकार नहीं है. ज्ञात हो मुलायम सिंह ने अखिलेश और रामगोपाल यादव की ओर से बुलाये गये अधिवेशन के पहले ही एक चिट्ठी जारी किया था और इसे पार्टी संविधान के विरुद्ध बताया था.
गौरतलब हो कि सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने राजधानी स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क में आयोजित अधिवेशन में तीन प्रस्ताव पेश किये. पहले पारित प्रस्ताव में सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री अखिलेश को सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया. मंच पर बैठे उन तमाम वरिष्ठ नेताओं ने हाथ उठाकर इस प्रस्ताव का समर्थन किया, जो कभी मुलायम के बगलगीर थे.
साथ ही अखिलेश को यह अधिकार दिया गया कि वह सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी, संसदीय बोर्ड और देश के सभी राज्यों के संगठनों को आवश्यकतानुसार गठित करें. रामगोपाल ने कहा कि इस प्रस्ताव की सूचना यथाशीघ्र निर्वाचन आयोग को उपलब्ध करा दी जाएगी. दूसरे प्रस्ताव के तहत सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को सपा का सर्वोच्च संरक्षक बनाया गया और कहा गया कि शीर्ष नेतृत्व उनसे मार्गदर्शन लेता रहेगा. तीसरे प्रस्ताव के तहत शिवपाल सिंह यादव को सपा के प्रदेश अध्यक्ष पद से तत्काल हटाया गया और पार्टी महासचिव अमर सिंह को सपा से तत्काल बर्खास्त कर दिया गया. ये तीनों प्रस्ताव हाथ उठवाकर पारित किये गये.
मुलायम ने अधिवेशन को बताया असंवैधानिक
सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन के शुरू होने के थोड़ी ही देर बाद सपा मुखिया ने चिट्ठी जारी करके कहा कि आज रामगोपाल यादव द्वारा तथाकथित अधिवेशन बुलाया गया है. यह पार्टी के संविधान और अनुशासन के विरुद्घ है. यह पार्टी को क्षति पहुंचाने के लिये बुलाया गया है.
उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में शिरकत को अनुशासनहीनता माना जाएगा और सम्मेलन में जो भी जाएगा, उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. मालूम हो कि जनेश्वर मिश्र पार्क में सपा का राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित किया जा रहा है. इसमें मंच पर सपा के वे सभी वरिष्ठ नेता मौजूद हैं, जो कभी मुलायम के बगलगीर थे.