नई दिल्ली, 30 नवंबर, (वीएनआई) केंद्र सरकार के नए तीन कृषि बिलों के खिलाफ किसानों के जारी विरोध प्रदर्शन के बीच सरकार जहां सशर्त बातचीत को तैयार है वहीं किसानों ने सशर्त बातचीत के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।
किसान संगठनों के बीच आज हुई बैठक के बाद किसान नेता गुरनाम सिंह ने कहा कि इस आंदोलन को कुचलने के लिए 30 से ज्यादा मुकदमा दर्ज हो चुके हैं। ये लड़ाई सिर्फ किसान की नहीं है, सबकी है। उन्होंने आगे कहा संविधान में लोगों का, लोगों के द्वारा और लोगों के लिए शासन की बात कही गई है, लेकिन अब यह कॉरपोरेट्स द्वारा, कॉरपोरेट्स का और कॉरपोरेट्स के लिए नियम बनाए जा रहे हैं। लोगों का शोषण किया जा रहा है। पूरी जनता का शोषण कारपोरेट कर रही है। पूरे देश के नागरिक इस लड़ाई में शामिल हों। अपील करता हूं। जब तक बाते नहीं मानी जाएंगी, आंदोलन जारी रहेगा। कहीं इससे भी कड़ा कदम ना उठाना पड़े। उससे पहले बातचीत के लिए आ जाएं।