नई दिल्ली, 08 मार्च, (वीएनआई) सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोध्या मामले में आज मध्यस्थता के फैसले पर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए फैसले का स्वागत किया है।
उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले बाद एक ट्वीट करते हुए कहा है कि अयोध्या मामले का सभी पक्षों को स्वीकार्य तौर पर निपटारे के लिये माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा फैजाबाद में बंद कमरे में बैठकर मध्यस्थता कराने का जो आदेश आज पारित किया है वह नेक नीयत पर आधारित ईमानदार प्रयास लगता है, इसलिये बीएसपी उसका स्वागत करती है।
गौरतलब है सुप्रीम कोर्ट ने आज अयोध्या में राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद भूमि विवाद पर महत्वपूर्ण फैसला सुनाते हुए मध्यस्थता के जरिए इस मसले को सुलझाने का आदेश दिया है। न्यायलय ने बातचीत के लिए एक समिति का गठन किया है। जिसके अध्यक्ष जस्टिस मोहम्मद इब्राहिम खलीफुल्ला हैं। इसके अलावा धार्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर और वरिष्ठ वकील श्रीराम पंचू मध्यस्थता समिति में शामिल हैं। न्यायलय ने मामले की सुनवाई करते हुए आदेश दिया है कि मध्यस्थता के लिए बातचीत फैजाबाद में होगी और समिति को 4 हफ्ते में प्रगति रिपोर्ट सौंपनी है। न्यायलय ने आगे कहा है कि बातचीत के प्रक्रिया कैमरे के सामने होगी. बातचीत की पूरी प्रक्रिया 8 हफ्ते में पूरी कर ली जाएगी।
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