लखनऊ /फरुखाबाद, 30 दिसंबर (वीएनआई)| उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य की सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी में टिकट वितरण के मामले में चल रही खींचतान को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने और हवा दे दी।
रामगोपाल ने आज साफतौर पर कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिन नामों की घोषणा की है, वही सूची असली है, वही नाम असली हैं और यही लोग चुनाव लड़ेंगे। राज्यसभा सदस्य रामगोपाल ने फरुखाबाद में शुक्रवार को कहा, "मुख्यमंत्री अखिलेश ने गुरुवार रात जो सूची जारी की है, वही असली सूची है। उन्होंने कहा, सपा में एक ही व्यक्ति अखिलेश यादव के खिलाफ लगातार षड्यंत्र कर रहा है। वह भी ऐसा व्यक्ति है, जिसके पास दस वोट भी नहीं हैं। व्यक्ति का नाम पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हर कोई उसे जनता है, अपनी जुबान से वह उसका नाम लेना नहीं चाहते। रामगोपाल ने कहा, वह नेता पार्टी के बाहर का आदमी नहीं है। उनकी तो इतनी भी हैसियत नहीं कि किसी विधानसभा में दस वोट भी डलवा लें। इस एक व्यक्ति के कहने पर ही नेताजी ने अखिलेश को पद से हटाया। विवाद की यही जड़ है। पार्टी में अब समझौते की कोई संभावना नहीं है। नेता जी ने एक जनवरी को बैठक के लिए बुलाया था।
रामगोपाल ने आगे कहा, उत्तर प्रदेश की जनता अखिलेश यादव के साथ है। इस बार के विधानसभा चुनाव के बाद ही सपा का एक नया स्वरूप सबके सामने होगा। वह पहले भी अखिलेश के साथ थे और आज भी हैं। वह तो मुख्यमंत्री के प्रत्याशियों के लिए प्रचार करेंगे। जो व्यक्ति खुद चुनाव नहीं लड़ सकते, वही टिकट को लेकर काफी लड़ाई करवा रहे हैं। रामगोपाल ने कहा, अब जो भी अखिलेश के विरोधी हैं, वह हमारे भी विरोधी हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश की सूची के प्रत्याशियों को मेरा समर्थन है। चुनाव निशान को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग तय करेगा कि सपा के चुनाव चिह्न् पर अखिलेश के प्रत्याशी लड़ेंगे या नेताजी के।