नई दिल्ली, 13 अगस्त, (वीएनआई) भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने 'एक देश-एक चुनाव' को लेकर जारी बहस के बीच लॉ कमीशन को चिट्ठी लिखी है।
अमित शाह ने देश में एक साथ चुनाव कराए जाने का समर्थन करते हुए लॉ कमीशन को पत्र लिखकर कहा कि देश में कहीं न कहीं चुनाव होते ही रहते हैं जिसके कारण केंद्र और राज्य सरकारों के विकास कार्य प्रभावित होते हैं। वहीं, बार-बार चुनाव कराने के कारण काफी पैसा भी खर्च होता है। पूरा सिस्टम इसी में व्यस्त हो जाता है। लिहाजा वो देश में एक साथ चुनाव कराने के समर्थन में हैं। अमित शाह ने जस्टिस बलवीर चौहान को लिखे पत्र में कहा है प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार ने हमेशा एक राष्ट्र-एक चुनाव' के मुद्दे पर जोर दिया राष्ट्रपति भी इस व्यवस्था को लागू करने के विचार का समर्थन कर चुके हैं। इसलिए सभी राजनीतिक दलों को इस मुद्दे पर सहमति बनाने की आवश्यकता है।
अमित शाह ने आगे लिखा है भारत में पहले भी समकालिक चुनाव होते रहे हैं, ये कोई नई बात नहीं है। 1951-1952 में देश में विधानसभा और लोकसभा चुनाव हुए। 1957, 1962 और 1967 में भी इसी व्यवस्था के अंतर्गत चुनाव हुए। लेकिन 1970 में लोकसभा भंग हो जाने के कारण ये व्यवस्था बाधित हुई थी।' शाह ने अपने पत्र में लिखा है कि कई देशों में इस प्रकार से चुनाव होते हैं और इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आए हैं। गौरतलब है कि एक देश-एक चुनाव के विचार को कांग्रेस पहले ही खारिज कर चुकी है और उन्होंने लॉ कमीशन से मिलकर अपनी आपत्ति भी दर्ज करा दी है।
No comments found. Be a first comment here!