एडिलेड 15 फरवरी (वीएनआई) रविवार को वर्ल्ड कप में भारत ने अपने अभियान की शुरुआत पाकिस्तान के खिलाफ धमाकेदार जीत के साथ शुरुआत की.टीम इंडिया ने पाकिस्तान को 76 रन से हराकर वर्ल्ड कप में अपनी चिर परिचित प्रतिद्ंवद्वी टीम के खिलाफ जीत का रिकॉर्ड कायम रखा.वर्ष 1992 में ऑस्ट्रेलिया में हुए विश्व कप के साथ शुरू हुई इस प्रतिद्वंद्विता में हमेशा भारतीय टीम अव्वल साबित हुई है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय टीम को बधाई दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में कहा, टीम इंडिया को बधाई। अच्छा खेले। हम सभी को आप पर गर्व है। प्रधामंत्री मोदी ने इससे पूर्व विश्व कप की शुरुआत से पहले प्रत्येक भारतीय क्रिकेटर को व्यक्तिगत तौर पर शुभकामना दी थी।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी भारतीय क्रिकेट टीम को बधाई देते हुए ट्वीट किया, आईसीसी विश्व कप के पहले मैच में जीत के लिए भारतीय टीम को बधाई। कामना करता हूं कि आगामी मैचों में भी आपकी सफलता का क्रम जारी रहेगा।
लेकिन इस जीत में कुछ कारण मुख्य बने जिसमे टॉस जीतना बेहद महत्वपूर्ण था था क्योंकि एडिलेड में रॉक हार्ड फ्लैट पिच थी, जिसके आगे चलकर स्लो होने की संभावना थी. इससे स्पिनरों को मदद मिल सकती थी. शायद इसीलिये धोनी ने दो स्पिनरों को चुना
शिखर धवन का फॉर्म में आना टीम इंडिया के लिए अच्छा संकेत था, शिखर धवन ने बहुत ही संयम का परिचय देते हुए बल्लेबाजी की जो उनके स्वभाव के विपरीत है.विश्व कप कप टीम स्लेकशन के बाद लगातार फॉ़र्म से बाहर चल रहे शिखर धवन को लेकर काफी आलोचना हो रही थी जिसका जवाब आज शिखर धवन ने सभी को दे दिया है. शिखर धवन ने 73 रनों की पारी खेली जिसमें उन्होनें 7 चौके और 1 छक्का लगाया.विराट कोहली और शिखर धवन की जोड़ी आज खूब जमी, धवन और कोहली ने टीम की रन गति बढ़ाई.
धोनी ने रैना को ऊपर लाकर खेलने का मौका दिया और ये फायदेमंद रहा. विराट कोहली और सुरेश रैना के बीच अच्छी साझेदारी हुई. जबकि रैना ने अंतिम ओवरों में तेजी से बल्लेबाजी की। रैना ने 56 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके और तीन छक्के मारे।
कोहली ने इस पारी के दौरान 22वां शतक जड़ा और सौरव गांगुली की बराबरी करते हुए भारत की ओर से वनडे में दूसरे सबसे अधिक शतक जड़ने वाले खिलाड़ी बने। भारत की ओर से सबसे अधिक 49 शतक का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम है। इस पारी के दौरान कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर के तेंदुलकर (98) के रिकॉर्ड को भी तोड़ा।
भारत के इस प्रदर्शन मेें गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन का भी अहम योगदान है। भले ही अश्विन ने एक ही विकेट लिया हो लेकिन विश्व कप में 3 मेडन ओवर फैंककर गेंदबाज वेकटराघवन का 36 साल पुराना रिकार्ड तोड़ दिया है।
पाकिस्तानी टीम के मुकाबले मे भारत की बल्लेबाज़ी ्ज़्यादा मजबूत थी इसलिये पाकिस्तानी गेंदबाज़ दबाव में आ गए. इसी दबाव के कारण उनकी लय बिगड़ी नज़र आई हालांकि पाकिस्तान के युवा तेज गेंदबाज सोहेल (55 रन पांच विकेट) ने डेथ ओवरों में अच्छी गेंदबाजी की जिससे भारत अंतिम पांच ओवर में सिर्फ 27 रन ही जोड़ पाया। पाकिस्तान को सात फीट एक इंच लंबे तेज गेंदबाज मोहम्मद इरफान से काफी उम्मीद थी लेकिन वह नाकाम रहे। उन्होंने 10 ओवर में 56 रन खर्च किए जबकि उन्हें कोई विकेट नहीं मिला।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे पाकिस्तान की शुरुआत खराब रही और उसने चौथे ओवर में ही अनुभवी बल्लेबाज यूनिस खान (06) का विकेट गंवा दिया जिन्होंने शमी की शॉर्ट गेंद पर विकेटकीपर महेंद्र सिंह धौनी को कैच थमा दिया। पाकिस्तान के मध्य क्रम की बल्लेबाज़ी की कमज़ोरी आज भी दिखाई पड़ी और तीन विकेट देखते देखते धराशायी हो गए.मिस्बाउल हक़ के अलावा कोई भी बल्लेबाज़ ऐसा नहीं लगा कि विकेट पर टिके रहने की क्षमता का प्रदर्शन करने आया हो.
भारत के तेज़ गेंदबाज़ों ख़ासकर मोहित शर्मा और मोहम्मद शमी ने बहुत कसी हुई गेंदबाज़ी की और दोनों चार रन प्रति ओवर से भी कम रन दिए.
पाकिस्तान की अपेक्षा भारत की फील्डिंग भी आज कहीं बेहतर थी और जिस तरह से पाकिस्तान के फ़ील्डरों ने कैच छोड़े और रन रोकने में नाकाम रहे, उसका ख़ामियाज़ा टीम को भुगतना पड़ा.