नई दिल्ली, 12 सितम्बर, (वीएनआई) सर्वोच्च न्यायलय ने भीमा कोरेगांव हिंसा केस में गिरफ्तार किए गए कार्यकर्ताओं के मामले की सुनवाई 17 सितंबर तक के लिए टाल दी है।
भीमा कोरेगांव हिंसा के मामले में अब अगली सुनवाई 17 सितंबर को होगी तब तक पांचों वामपंथी विचारक घर में ही नजरबंद रहेंगे। इन पांचों कार्यकर्ताओं पर हिंसा भड़काने और नक्सलियों से संबंध का आरोप है। सुप्रीम कोर्ट ने 29 अगस्त को पांचों वामपंथी विचारकों को घर में नजरबंद रखने का आदेश दिया था।
महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले पर कोर्ट में जवाब दाखिल करते हुए कहा था कि इन पांचों के खिलाफ पुलिस के पास पर्याप्त सबूत हैं और उनसे पूछताछ के लिए पुलिस कस्टडी की मांग भी जवाबी हलफनामे में की गई थी। गौरतलब है कि पांच वामपंथी विचारकों गौतम नवलखा, वरवरा राव, सुधा भारद्वाज, अरुण फरेरा और वरनोन गोंजालविस पर भीमा कोरेगांव में हिंसा फैलाने की साजिश में शामिल होने और नक्सलियों से संबंध का आरोप है।
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