नई दिल्ली 18 अप्रैल (वीएनआई) आज के किशोर-किशोरियों के पसंदीदा भोजन हैं बर्गर, पिज्जा, फ्रेंच फ्राई, छोले-भटूरे, समोसे और न जाने ऐसी ही कितनी ही चीजें,और सिर्फ छोटों को ही नही बड़ों को भी आज के समय में फास्ट फूड खाना पसंद होता है। उनसे अगर खाने के बारे में पूछा जाए, तो वह हमेशा फास्ट फूड लेना पसंद करते हैं करते हैं। बर्गर, पिज़्ज़ा और फ्रेंच फ्राइज़ खाना अगर आपको बहुत पसंद है, तो खाइए, मगर कम मात्रा में!
यहां तक की हो सके तो इससे परहेज ही करिए, क्योंकि इन्हें खाकर आप हानिकारक रसायनों की चपेट में आ सकते हैं, जिसे थेलेट्स कहा जाता है। थेलेट्स का प्रयोग खाने को पैक करने में किया जाता है। ‘एन्वायरमेंटल हेल्थ पर्सपेक्टिव’ पत्रिका में प्रकाशित एक नए शोध से पता चला है कि फास्ट फूड में इस्तेमाल किए जाने वाले डेयरी और खाद्य उत्पाद के उत्पादन और पैकेजिंग में थेलेट्स नामक औद्योगिक रसायन का प्रयोग किया जाता है।
शोध से यह भी पता चला है कि जो लोग ज़्यादा फास्ट फूड खाते हैं, उनके मूत्र में थेलेट्स का स्तर उन लोगों से 24 से 40प्रतिशत ज़्यादा होता है, जो फास्ट फूड कभी-कभी खाना पसंद करते हैं। अमेरिका के जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के अस्सिटेंट प्रोफेसर और प्रमुख शोधकर्ता अमी जोटा ने कहा कि “थेलेट्स के कारण बच्चों और युवाओं में कई सारी स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां उत्पन्न हो जाती हैं”।आईएएनएस के इनपुट के साथ