नई दिल्ली, 7 जून (वीएनआई)| प्रधानमंत्री मोदी ने आज कहा कि देश के हर नागरिक के लिए सस्ती स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करवाना उनका लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सरकार देशभर में जेनरिक दवाओं के 1,500 और केंद्र खोलेगी।
सरकार की स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं के लाभार्थियों को 'वीडियो ब्रिज' के जरिए संबोधित करते हुए मोदी ने स्वास्थ्य को सारी सफलताओं व समृद्धि का आधार बताया और कहा कि कई परिवारों को स्वास्थ्य पर भारी खर्च का बोझ उठाना पड़ रहा है। मोदी ने कहा, "बीमारी से परिवारों खासतौर से गरीबों और मध्यमवर्गीय परिवारों न सिर्फ भारी वित्तीय बोझ का वहन करना पड़ता है, बल्कि इससे हमारा सामाजिक व आर्थिक क्षेत्र भी प्रभावित होता है। इसलिए सरकार की कोशिश है कि हर नागरिक के लिए सस्ती स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित हो। वीडियो ब्रिज के जरिए अपने पांचवें संबोधन में मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने देशभर में 3,600 जनौषधि केंद्र खोले हैं जहां 700 से अधिक जेनरिक दवाइयां कम कीमतों पर उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में इन केंद्रों की संख्या 5,000 हो जाएगी। स्वास्थ्य बजट में गरीबों और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए किए गए प्रावधानों से स्टेंट की कीमत दो लाख रुपये से घटकर 29,000 रुपये हो गई है। घुटने के प्रत्यारोपण पर खर्च 2.5 लाख रुपये से घटकर अब 70,000-80,000 रुपये हो गया है।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस प्रोग्राम के बारे में बताते हुए मोदी ने कहा कि सरकार ने 500 से अधिक जिलों में 2.25 लाख मरीजों के लिए 22 लाख से ज्यादा डायलिसिस सत्रों का संपादन करवाया है। उन्होंने कहा कि मिशन इंद्रधनुष के तहत 528 जिलों में 3.15 करोड़ बच्चों और 80 लाख गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा, "अधिक से अधिक बिस्तर, अस्पताल और चिकित्सकों की सुविधा मुहैया करवाने के लिए सरकार ने 92 मेडिकल कॉलेज खोले हैं और एमबीबीएस की सीटें 15,000 बढ़ाई गई हैं। उन्होंने कहा, "स्वास्थ्य सेवा को किफायती व सबकी पहुंच के योग्य बनाने के लिए सरकार ने आयुष्मान भारत स्कीम लांच किया है, जिसके तहत 10 करोड़ परिवारों को पांच लाख रुपये की बीमा कवर प्रदान की जाएगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान स्वस्थ्य भारत बनाने में केंद्रीय भूमिका निभा रहा है।
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