काठमांडू , 28 मई (वीएनआई)| नेपाल में 60 लाख से ज्यादा लोग गरीबी रेखा से नीचे रह रहे हैं, जो देश की कुल आबादी का 21.6 प्रतिशत है। एक नई रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।
नेपाल के वित्त मंत्री युबराज खतिवडा ने रविवार को संसद में आर्थिक सर्वेक्षण 2017-18 का अनावरण करते हुए कहा कि बीते सालों में गरीबी में कमी आने के बावजूद इस संबंध में उम्मीद के मुताबिक लक्ष्य हासिल नहीं हो पाया है। गरीबी कम करने और रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए नेपाल ने कई कदम उठाए हैं। नेपाल लक्षित कार्यक्रमों के संचालन के लिए गठित गरीबी उन्मूलन निधि (पीएएफ) के जरिए आय सृजन करने वाले कई गतिविधियों और गरीब परिवारों के लिए छोटे बुनियादी ढांचे को चला रहा है।
आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक, देश के 77 जिलों में से 60 में पीएएफ के जरिए लॉन्च हुए कार्यक्रमों से 984,421 गरीब परिवारों को लाभ पहुंचा है। इसी तरह, चालू वित्त वर्ष के पहले अठ महीनों में 44,810 युवा स्वावलंबी बने, जो जुलाई 2017 के मध्य में युवा एवं लघु उद्यमी स्व रोजगार निधि के तहत शुरू हुआ था। आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, हालांकि, अपने देश में रोजगार के सीमित अवसर के चलते करीब 43 लाख नेपाली रोजगार के लिए विदेश चले गए। आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में नेपाल की अर्थव्यवस्था के 5.9 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है। पिछले एक दशक में नेपाल की औसत आर्थिक वृद्धि 4.3 प्रतिशत रही है।
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