मुंबई, 15 मई, (वीएनआई) भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने कप्तानी पर सवाल उठाने वालो को करारा जवाब देते हुए कहा हैं कि मेरा इरादा सिर्फ टीम को जीत दिलाना है और कड़ी मेहनत नहीं करना कोई विकल्प नहीं है। वहीं टीम के कोच रवि शास्त्री को लेकर उन्होंने कहा कि रवि शास्त्री के साथ मेरा रिश्ता ऑटो-मोड में है क्योंकि हमने बहुत दबाव में काम किया।
कप्तान विराट ने कहा ये साल बहुत चुनौतीपूर्ण रहा, लेकिन हम सबको जिस तरह हमने इस सत्र में खुद को निखारा उस पर गर्व है। सबसे मुश्किल पड़ाव की तरफ नेतृत्व करते हुए एक युवा टीम के साथ बढ़ने का अनुभव बहुत रोमांचक है। एक टीम के तौर पर हम पूरी तरह से स्पष्ट हैं कि हम बतौर टीम क्या करना चाहते हैं और कहां तक पहुंचना चाहते हैं। कोहली ने टीम की कप्तानी को लेकर उठ रहे सवालो का जवाब देते हुए कहा अच्छा, बुरा जो भी हो। ईमानदारी से कहूं, तो मुझे इससे कोई भी फर्क नहीं पड़ता है। मैं हर चीज का केंद्र नहीं बनना चाहता. मेरे इरादा सिर्फ टीम को जीत दिलाने का होता है। जब मैं बल्लेबाजी कर रहा होता हूं, तो मैं वह सब कर लेता हूं, जितना भी मैं कर सकता हूं। मुझे अन्य चीजों पर ध्यान देने की जरुरत नहीं है। मुझे लगता है, कि मुझे भगवान ने अच्छा खेलने का एक आशीर्वाद दिया है और जब तक मैं खेल रहा हूं, तब तक मैं अपने शानदार प्रदर्शन को ऐसे ही जारी रखना चाहता हूं।
कोहली ने अपनी कामयाबी पर कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था, कि एक दिन बहुत सारे लोग मेरे किये कारनामों से प्रेरित होंगे। मेरी प्राथमिकता हमेशा भारतीय टीम के लिए अधिक से अधिक समय तक खेलना थी। यह आज भी मेरी प्राथमिकता है और बनी रहेगी। क्रिकेट एक ऐसी चीज है, जो मेरे दिल के काफी करीब है। अगर मुझे इसमें अपने करियर को लम्बा करना है, तो मेरे लिए आवश्यक है, कि मैं खुद पर सुधार करू। कोहली कोच रवि शास्त्री के साथ संबंधो को लेकर कहा कि यह जोड़ी अब कुछ ऑटो-मोड की तरह हो गई है। पिछले 15 महीने में जिस तरह से हम पर काम का दबाव रहा है यह जोड़ी अब ऐसी ही बन गई है। कल्चर मैनेजमेंट पर हमने जोर दिया और यह ऐसी चीज है जिससे टीम मैनेजमेंट भी पूरी तरह से सहमत है। टीम के लड़कों ने भी इस पर बहुत अच्छी तरह से प्रतिक्रिया दी है।
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