बर्मिघम, 15 जून (वीएनआई)| बांग्लादेश ने आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी के दूसरे सेमीफाइनल में आज मौजूदा विजेता भारत के सामने 265 रनों का लक्ष्य रखा है।
भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करते हुए बांग्लादेश को निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट पर 264 रनों पर रोक दिया। बांग्लादेश को तमीम इकबाल (70) और मुश्फीकुर रहीम (61) ने बड़े स्कोर तक पहुंचाने की कोशिश की। लेकिन, इन दोनों के आउट होने के बाद भारतीय गेंदबाज ने बांग्लादेशी बल्लेबाजों को ज्यादा रन नहीं बनाने दिए। इन दोनों ने भारतीय गेंदबाजों का डटकर सामना किया और खूब रन बटोरे। तीसरे विकेट के लिए तमीम और रहीम ने 123 रन जोड़े। इन दोनों ने यह शतकीय साझेदारी तब की जब टीम को रनों की सख्त जरूरत थी। मैच के पहले ओवर की आखिरी गेंद पर भुवनेश्वर कुमार ने सौम्य सरकार के डंडे उखाड़ दिए थे। वह खाता भी नहीं खोल पाए। सरकार की जगह आए शब्बीर रहमान (19) तेजी से रन बनाने की कोशिश में थे और उनके बल्ले पर गेंद लग भी रही थी। उन्होंने 21 गेंदों का सामना किया और चार चौके मारे, लेकिन रंग में आने से पहले भुवनेश्वर ने उन्हें अपने जाल में फंसा कर रवींद्र जडेजा के हाथों कैच कराया। वह 31 के कुल स्कोर पर आउट हुए।
यहां से तमीम और रहीम ने टीम की जिम्मेदारी ली और स्कोरबोर्ड को चालू रखते हुए टीम को 154 के स्कोर तक पहुंचा दिया। टीम के सभी मुख्य गेंदबाजों के विफल होने के बाद भारतीय कप्तान विरोट कोहली ने पार्ट टाइम ऑफ स्पिनर केदार जाधव को गेंद थमाई। उन्होंने राउंड द विकेट बॉक्स के काफी बाहर से गेंदबाजी की रणनीति अपनाई जो सफल रही और तमीम के डंडे उखाड़ भारत को बड़ी सफलता दिलाई। तमीम ने 82 गेंदों का सामना किया और सात चौके और एक छक्का लगाया। शाकिब अल हसन 15 रन ही बना सके और जडेजा की गेंद पर महेंद्र सिंह धौनी के हाथों लपके गए। दूसरे छोर पर हालांकि रहीम खड़े थे, लेकिन तमीम को आउट करने वाले जाधव ने रहीम को शॉर्ट मिडविकेट पर कोहली के हाथों कैच कराया। रहीम ने 85 गेंदों खेलीं और चार बार गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचाया। मोसद्दक हुसैन (15) को जसप्रीत बुमराह ने अपनी ही गेंद पर कैच आउट किया। अंत में कप्तान मशरफे मुर्तजा ने 25 गेंदों में पांच चौकों की मदद से नाबाद 30 रनों की पारी खेल टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। भारत की तरफ से जाधव ने छह ओवरों में 22 रन देकर दो अहम विकेट लिए। डेथ ओवरों के विशेषज्ञ बुमराह और भुवनेश्वर ने दो-दो विकेट लिए। इन दोनों की कसी हुई गेंदबाजी के कारण बांग्लादेश की टीम आखिरी के पांच ओवरों में महज 35 रन ही जोड़ पाई। जडेजा को एक सफलता मिली। रविचन्द्रन अश्विन और हाार्दिक पांड्या विकेट नहीं ले पाए।