बर्मिघम, 9 जून। आस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर ने शुक्रवार को कहा कि वह बीते चार साल में मैदान पर और मैदान के बाहर ज्यादा जिम्मेदार खिलाड़ी बन गए हैं।
वार्नर ने यह बात चार साल पहले इंग्लैंड के जोए रूट के साथ हुए विवाद के संदर्भ में कही है।
आस्ट्रेलिया को शनिवार को चैम्पियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए मेजबान इंग्लैंड से भिड़ना है। शुरुआती दो मैच बारिश के कारण धुल जाने के बाद आस्ट्रेलिया के लिए यह करो या मरो का मुकाबला है।
चैम्पियंस ट्रॉफी के पिछले संस्करण 2013 में वार्नर और रूट के बीच विवाद हो गया था। इसका असर उस वक्त वार्नर के करियर पर भी पड़ा था।
वेबसाइट क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू ने वार्नर के हवाले से लिखा है, "मेरे लिए वह सीखने का समय था। मैं उस समय युवा था लेकिन अब अनुभवी हो गया हूं। मेरे दो बच्चे हैं और मैं शादीशुदा हूं। इस दौरान काफी कुछ हुआ है।"
वार्नर से जब पूछा गया कि क्या रूट के साथ विवाद उनके करियर में बदलाव का निर्णायक कारण बना तो उन्होंने कहा, "मेरे करियर को वापस पटरी पर लाने के लिए, निश्चित ही हां। साथ ही मैं इस समय जैसा इंसान और क्रिकेट खिलाड़ी हूं इसके लिए भी..निश्चित ही हां। हम सभी उस पड़ाव से गुजरते हैं जब हम युवा होते हैं और नहीं पता होता कि क्या करना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "यह सिर्फ उस पर मिट्टी डाल आगे बढ़ने के बारे में नहीं है। यह लंबे समय तक घर से बाहर टूर पर रहने के बारे में सीखने का भी है क्योंकि घर में चीजें अलग होती हैं। जब आप युवा होते हैं तो कछ ही चीजें होती हैं जिनके बारे में आप सोचते हैं। मैंने इस अवस्था में इस पर काम नहीं किया, लेकिन अब कर रहा हूं। मैदान पर और मैदान के बाहर मैंने अच्छा संतुलन बना लिया है।"
उन्होंने कहा, "मैंने नहीं सोचा था कि इस परिस्थति में क्या हो सकता है। कौन गलत है कौन सही, इस बारे में लोग ज्यादा दूर तक और गहराई से नहीं सोचते हैं।"
वार्नर ने कहा कि वह विवाद बीती बात है और वह उससे आगे निकल चुके हैं।
उन्होंने कहा, "वह बात भुलाई जा चुकी है। वह सब पीछे छूट चुका है। वह अतीत है और मैं उस कहानी को अपने करियर के समाप्त होने के बाद खुशी से बताऊंगा।"
वार्नर ने 2013 के बाद परिपक्व खिलाड़ी बनकर उभरे हैं। उन्होंने हाल ही में खत्म हुई इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 10वें संस्करण में सबसे ज्यादा रन बनाए थे। वह सनराइजर्स हैदराबाद की तरफ से खेलते हैं।
उन्होंने हाल ही में एकदिवसीय में अपने 4,000 रन पूरे किए हैं। वह इस मुकाम तक सबसे तेजी से पहुंचने वाले आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैं। भारत में टेस्ट में वह संघर्ष करते दिखे थे लेकिन सीमित ओवरों की क्रिकेट में वह शानदार फॉर्म में हैं।
उन्होंने कहा, "जब आप मैदान पर और मैदान से बाहर तालमेल बिठा लेते हैं और आपके पास दिमाग में हावी मुद्दे नहीं होते हैं तो चीजें अच्छे से होती हैं।"--आईएएनएस