नई दिल्ली, 11 दिसंबर, (वीएनआई) इंडिया गठबंधन द्वारा राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिए जाने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उनके व्यवहार ने देश की गरिमा को ठेस पहुंचाई है। वे अपनी अगली पदोन्नति के लिए सरकार के प्रवक्ता के रूप में काम कर रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रेस कॉन्फ्रेस में सबसे पहले देश के पहले उपराष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन को याद करते हुए कहा कि सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने कहा था कि मैं किसी भी दल का नहीं हूं। उन्होंने कहा कि भारत का उपराष्ट्रपति पद देश का दूसरा सबसे बड़ा संवैधानिक पद होता है। 1952 से आज तक किसी उपराष्ट्रपति के खिलाफ संविधान के आर्टिकल 67 के अंतर्गत उपराष्ट्रपति को हटाने के लिए कोई प्रस्ताव नहीं लाया गया है क्योंकि वे हमेशा निष्पक्ष और पूरी तरह राजनीति से परे रहे हैं। उन्होंने हमेशा सदन को नियमों के अनुसार चलाया। लेकिन, आज सदन में नियमों से ज्यादा राजनीति हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि 75वें वर्ष में हमें राज्यसभा के सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़