लखनऊ, 14 अप्रैल (वीएनआई)| समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कठुआ और उन्नाव सामूहिक दुष्कर्म कांड को लेकर भाजपा की कड़ी आलोचना की। उन्होंने केंद्र सरकार से इन दोनों मामलों में सख्त से सख्त कार्रवाई कर मिसाल पेश करने की मांग की।
अखिलेश यादव ने आज पार्टी कार्यालय में बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की जयंती के अवसर पर लोहिया सभागार में डॉ. अंबेडकर की मूर्ति का अनावरण किया। पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि कठुआ और उन्नाव सामूहिक दुष्कर्म कांड में जो भी शामिल है, उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई करते हुए सरकार को एक मिसाल पेश करनी चाहिए। अखिलेश ने इन दोनों जघन्य अपराधों में दोषियों को बचाने के प्रयास किए जाने को लेकर भाजपा की कड़ी आलोचना की।
अखिलेश ने कहा कि देश के तमाम हिस्सों में दलितों और महिलाओं के खिलाफ अपराध हो रहे हैं। जहां-जहां भजपा की सरकार है, वहां अपराध और ज्यादा है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में एक साल के दौरान हुए अपराध का आंकड़ा भी पेश किया। उन्नाव सामूहिक दुष्कर्म के आरोपी विधायक को प्रदेश के डीजीपी द्वारा 'माननीय' कहे जाने पर उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री कहते थे, थाने में सपा के लोग हैं, आज मैं पूछता हूं कि डीजीपी की क्या भूमिका है। डीजीपी और गृह सचिव किसी पार्टी के नहीं होते, लेकिन बदले हुए निजाम में वे अपना कर्तव्य भूल बैठे हैं, इसके पीछे वजह क्या है। ऐसा करने के लिए उन्हें कौन बाध्य कर रहा है, यह साफ है। अंबेडकर महासभा द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दलित मित्र सम्मान दिए जाने पर कटाक्ष करते हुए अखिलेश ने कहा, "कई शिक्षामित्र तो मर चुके हैं, अब मुख्यमंत्री दलित मित्र हैं, देखते जाइए आगे और क्या-क्या होता है।
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