नई दिल्ली, 18 जुलाई, (वीएनआई) संसद के आज से शुरू हुए मानसून सत्र में आज लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने टीडीपी की तरफ से अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है। अब लोकसभा में शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हो सकती है। इस चर्चा के लिए बीजेपी ने जहां अपने पार्टी सांसदों के लिए तीन लाइन का विप जारी कर उन्हें अविश्वास प्रस्ताव वाले दिन सदन में उपस्थित रहने को कहा है वहीं यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चाबंदी के पूरे संकेत दे दिए हैं।
सरकार संख्या बल के हिसाब से बेशक आश्वस्त दिख रही हो पर सोनिया गांधी ने अपने बयान से सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश की है। बहुमत के सवाल पर सोनिया ने कहा कि कौन कहता है कि यूपीए के पास नंबर नहीं है? टीडीपी द्वारा लाए गए इस प्रस्ताव पर 50 से ज्यादा सांसदों ने हस्ताक्षर किया था। इस बीच ऐसी खबरें भी हैं कि कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार की जगह सोमवार को बहस चाहती है।गौरतलब है है कि आज से शुरू हुए मॉनसून सत्र में टीडीपी ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था जिसे स्पीकर सुमित्रा महाजन ने स्वीकार कर लिया। अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार को लोकसभा में चर्चा होगी। संसद ने बाहर निकल रहीं यूपीए चेयरपर्सन से जब पत्रकारों ने बहुमत पर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि कौन कहता है कि यूपीए के पास नंबर नहीं है?
लोकसभा में नंबर गेम की बात करे तो बीजेपी की नेतृत्व वाली एनडीए को कोई खतरा नहीं है। बीजेपी के सहयोगी दलों समेत लोकसभा में कुल 300 से ज्यादा सांसद हैं। यानी अगर इस प्रस्ताव पर वोटिंग भी होती तो बीजेपी के पास बहुमत का आंकड़ा मौजूद है। वहीं सोनिया गांधी के बयान को बीजेपी पर दबाब की रणनीति बनाने का हिस्सा माना जा रहा है। कांग्रेस के पास लोकसभा में 48 सांसद हैं वहीं नंबर गेम के मामले में कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूपीए एनडीए से काफी पीछे है। विपक्षी दलों का नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ यह पहला अविश्वास प्रस्ताव है। यह विपक्षी एकता की भी परीक्षा होगी।
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