अमरावती, 2 अप्रैल (वीएनआई)| आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने आज अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया, जिसमें उन्होंने अपने बेटे नारा लोकेश सहित 11 को शामिल किया। राज्यपाल ई.एस.एल नरसिम्हन ने यहां आयोजित एक समारोह में लोकेश तथा 10 अन्य मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
विपक्षी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी से सत्तारूढ़ तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) में शामिल हुए तीन सदस्यों को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। नायडू के एकमात्र पुत्र लोकेश मार्च में राज्य विधान परिषद के लिए चुने गए थे। स्टैनफोर्ड बिजनेस स्कूल से स्नातक 34 वर्षीय लोकेश तेदेपा के महासचिव हैं।
शपथ लेने के बाद लोकेश ने आशीर्वाद लेने के लिए अपने पिता और राज्यपाल के पैर छुए। लोकेश की मां भुवनेश्वरी, पत्नी ब्राह्मणी, ससुर और मामा अभिनेता एन. बालकृष्णा तथा परिवार के अन्य सदस्य भी इस समारोह में शामिल हुए। तेदेपा के दिवंगत विधायक भूमा नागी रेड्डी की बेटी अखिल प्रिया मंत्रिमंडल में शामिल होने वाली एकमात्र महिला हैं। भूमा का पिछले महीने हृदयघात के कारण निधन हो गया था। 26 वर्षीया प्रिया कुरनूल जिले की अलागड्डा विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में निर्वाचित हुई थीं। उनकी मां शोभा नेगी रेड्डी का 2014 में चुनाव अभियान के दौरान सड़क दुर्घटना में निधन हो गया था। भूमा और उनकी बेटी हालांकि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सदस्यों के रूप में निर्वाचित हुए, लेकिन 2016 में दोनों तेदेपा में शामिल हो गए। तेदेपा की आंध्र प्रदेश इकाई के प्रमुख काला वेंकट राव को भी कैबिनेट में जगह मिली है। वह अविभाजित आंध्र प्रदेश में एन.टी. रामा राव की सरकार में गृह मंत्री के रूप में सेवा दे चुके हैं। तेदेपा के पोलितब्यूरो के सदस्य एस. चंद्रमोहन रेड्डी को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। नए मंत्रियों में पितानी सत्यनारायण भी हैं, जो 2014 के चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़ तेदेपा में शामिल हो गए।
वाईएसआर कांग्रेस से टीडीपी में शामिल होने वाले 21 विधायकों में से तीन को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। इनमें अखिल प्रिया (कुरनूल जिला), अमरनाथ रेड्डी (चित्तूर) और आदिनारायण रेड्डी (कडपा) शामिल हैं। शपथ लेने वाले अन्य मंत्रियों में कल्वा श्रीनिवासुलु (अनंतपुर जिला), एन आनंदबाबू (गुंटूर), सुजय कृष्ण रंगा राव (विजयनगरम) और के.एस. जवाहर (पश्चिम गोदावरी) शामिल हैं। नए मंत्रियों में केवल कला वेंकट राव, चंद्रमोहन रेड्डी और पितानी सत्यनारायण ने ही अविभाजित आंध्र प्रदेश में मंत्रियों के रूप में सेवा दी है। नायडू ने अपने मंत्रिमंडल से पांच मंत्रियों को निकालने के बाद 11 को इसमें शामिल किया है, जिससे उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों की संख्या 26 हो गई है। जिन्हें मंत्रिमंडल से हटाया गया, उनमें पल्ले रघुनाथ रेड्डी, आर. किशोर बाबू, बी. गोपालकृष्ण रेड्डी, पी. सुजाता और के. मृणालिनी शामिल हैं। नायडू ने नए आंध्र प्रदेश में नौ जून, 2014 को सत्ता संभाली थी। उसके बाद से यह उनकी सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार है। उनके साथ 19 मंत्रियों ने शपथ ली थी, जिनमें तेदेपा की सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो मंत्री भी थे।