लखनऊ, 12 जनवरी (वीएनआई)। उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने पूर्ववर्ती सपा सरकार और मौजूदा भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए आज कहा कि उत्तर प्रदेश के करोड़ों किसान अपनी पैदावार का सही मूल्य नहीं मिल पाने के कारण तंगी, बदहाली व संकट का शिकार हैं। लेकिन योगी सरकार सपा के सैफई महोत्सव की तर्ज पर सरकारी धन को गोरखपुर महोत्सव में लुटा रही है। उन्होंने कहा कि किसान मजबूरी में अपने उत्पाद को विधानसभा के सामने फेंककर प्रबल विरोध दर्ज करा रहे हैं, लेकिन प्रदेश की योगी सरकार इन समस्याओं पर ध्यान न देकर सपा सरकार की तरह गोरखपुर महोत्सव पर सरकारी धन व संसाधन लुटाने में मस्त नजर आ रही है।
मायावती ने अपने बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश में अपार जनसमस्याओं के साथ अपराध-नियंत्रण, कानून-व्यवस्था व विकास कार्यो का बहुत ही बुरा हाल है, लेकिन केंद्र की तरह प्रदेश सरकार भी इन मामलों में गंभीर व जिम्मेदार नहीं होकर केवल कोरी बयानबाजी व गैर-जनहित के कार्यो में सरकारी धन, संसाधन व शक्ति का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार बदलने से जनता को कुछ भी राहत नहीं मिल पा रही है, बल्कि उनकी समस्याएं लगातार भयावह रूप धारण करती चली जा रही हैं। ऐसे में वे लोग उद्वेलित व आंदोलित हैं, लेकिन भाजपा सरकार उनके प्रति संवेदनशील नहीं होकर अत्याचारी जैसा व्यवहार कर रही है, यह अतिनिंदनीय है।
मायावती ने आगे कहा कि भाजपा सरकार की इसी तरह की गलत व जनविरोधी नीति का परिणाम है कि ठंड के साथ-साथ जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हो रही है। उन्होंने कहा कि ऐसी गंभीर लापरवाही व विफलताओं के प्रति भाजपा सरकार की जिम्मेदारी संवेदनशील व जवाबदेह न होकर केवल अनुग्रह राशि व मजिस्ट्रेटी जांच तक ही सीमित है। दलित अत्याचार के विषय पर मायावती ने योगी सरकार पर गंभीर जातिवादी व पक्षपाती रवैया अपनाये जाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि ऐसे मामलों में कानूनी कार्रवाई नहीं हो रही है। अनुसूचित जाति आयोग की कार्यप्रणाली पर भी मायावती ने सवाल उठाए।
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