नई दिल्ली, 05 जून, (वीएनआई) कांग्रेस सांसद कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री मोदी की महत्वकांशी योजना आत्मनिर्भर भारत पर तंज कसते हुए इसे एक और जुमला बताया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सिब्बल ने कहा कि देश के लिए आविष्कार काफी जरूरी है। देश का धन उद्योगों और निर्यात से नहीं जुड़ा है, वो उन चीजों से जुड़ा है, जिनसे बौद्धिक संपदा पैदा होती है। उन्होंने कहा कि ये फैक्ट्रियों में पैदा नहीं होती बल्कि विश्वविद्यालयों में पैदा होती है। सिब्बल ने कहा कि एक आत्मनिर्भर देश के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर रिसर्च और डेवलपमेंट को बढ़ाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सभी विकसित देशों के विश्वविद्यालयों में आविष्कारों पर काम हो रहा है। वहां ये देखा जाता है कि क्या हम आविष्कार के द्वारा किसी चीज का उत्पादन कर सकते हैं।
सिब्बल ने आगे कहा कि हमारे देश में रिसर्च और डेवलपमेंट खर्च जीडीपी का 0.7 फीसदी है। देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इनोवेशन हेतु विश्वविद्यालों में पैसा लगाना होगा। उन्होंने कहा कि रिसर्च और डेवलपमेंट के लिए इजरायल में 4.6 फीसदी, कोरिया में 4.5 फीसदी, जर्मनी में 3 फीसदी और फ्रांस में 2.2 फीसदी खर्च किया जाता है। उन्होंने आगे कहा आत्मनिर्भर भारत खुद को एक धोखा है। ये एक और जुमला है। उन्होंने कहा कि भारत वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की विश्व प्रतिस्पर्धात्मक रैंकिंग में 10 रैंक फिसल गया है।
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