नई दिल्ली 7अप्रैल (वीएनआई ) कल यानि 6 अप्रैल 2025 की सुबह भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में एक और काली सुबह बनकर आई, जब ट्रंप के टैरिफ ने भारतीय शेयर बाजार की लुटिया डुबो दी,खुलते ही सेंसेक्स 3000 अंक गिरा, 5 मिनट में 19 लाख करोड़ स्वाहा हो गये ,वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका और अमेरिका में बढ़ती मंदी की चिंता ने दलाल स्ट्रीट ज़्यादा ही हिल गयी ्हालांकिअमेरिका से लेकर चीन, दक्षिण कोरिया से लेकर भारत तक शेयर बाजार में ्हर तरफ कोहराम मचा हुआ है
सुबह 09:08 बजे तक निफ्टी 50 सूचकांक 5% गिरकर 21,758.4 तक पहुंच गया, निफ्टी में ये करीब पिछले 10 महीने में सबसे बड़ी गिरावट थी, जबकि बीएसई सेंसेक्स 5.29% की भारी गिरावट के साथ 71,379.89 पर आ गया। सभी 13 प्रमुख सेक्टर लाल निशान में रहे, जबकि मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों में क्रमशः 7.3% और 10% की भारी गिरावट दर्ज की गई।
इस गिरावट की जड़ें अमेरिका से शुरू हुईं, जहां शुक्रवार को नैस्डैक सूचकांक ने बियर ्मार्केट में प्रवेश कर लिया। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा 2 अप्रैल को घोषित किए गए व्यापक टैरिफ हैं, जिन्होंने वैश्विक व्यापार प्रणाली में अस्थिरता फैला दी।
तेल और अन्य कमोडिटी की कीमतों में तेज गिरावट ने निवेशकों के डर को और गहरा कर दिया। एशियाई बाजारों में भी यही झटका महसूस किया गया, और भारत उसका अगला शिकार बन गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की 7 से 9 अप्रैल को मीटिंग हो रही है, 9 तारीख को नतीजे आएंगे. हालांकि, ऐसी उम्मीद की जा रही है कि इस बार आरबीआई की तरफ से 25 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती हो सकती है. अगर ऐसा हुआ तो बाजार के लिए एक सकारात्मक संकेत होगा. इसके साथ ही, खुदरा महंगाई और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े 11 अप्रैल को जारी किए जाएंगे. इससे भी काफी हद तक भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति को समझने में मदद मिलेगी.
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