चेन्नई, 18 अप्रैल (वीएनआई)| तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित की पत्रकारों ने एक संवाददाता सम्मेलन के अंत में एक वरिष्ठ महिला पत्रकार का गाल थपथपाने पर निंदा की, और इस कृत्य के लिए बिना शर्त माफी मांगने की उनसे मांग की।
पत्रकार लक्ष्मी सुब्रह्मण्यम ने एक तस्वीर ट्वीट की, जिसमें राज्यपाल मंगलवार को राजभवन में उनके गाल थपथपाते दिखाई दे रहे हैं। सुब्रह्मण्यम ने राज्यपाल के इस आचरण पर आश्चर्य जताया है। राज्यपाल ने राज्य में एक अग्रणी विश्वविद्यालय में कथित यौनाचार मामले में लगे आरोपों का खंडन करने के लिए राजभवन में एक संवाददाता सम्मेलन बुलाया था। जैसे ही संवाददाता सम्मेलन समाप्त हुआ, राज्यपाल ने सुब्रह्मण्यम का गाल थपथपाया। महिला पत्रकार ने पुरोहित के इस कृत्य की निंदा की।
पत्रकारों ने इस संबंध में राज्यपाल को सूचित करने के लिए एक पत्र तैयार किया, जिसमें उन्होंने कहा है कि उनका कृत्य एक गैर जमानती अपराध है।पत्रकारों द्वारा लिखे पत्र के अनुसार, हमारे तमिलनाडु राज्य के संवैधानिक प्रमुख होने के नाते, आपने न केवल सामान्य आचरण की गरिमा लांघी है, बल्कि कानून का भी उल्लंघन किया है। पत्र में कहा गया है कि उनका इरादा चाहे जो भी रहा हो, उन्होंने तमिलनाडु महिला उत्पीड़न निषेध अधिनियम, 1998 का उल्लंघन किया है। द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) की राज्यसभा सांसद कनिमोझी ने ट्वीट किया, भले ही इरादा संदेह से अलग क्यों न हो, किसी महिला पत्रकार के निजी अंग का स्पर्श न तो मर्यादा प्रदर्शित करता है और न तो किसी मानव के प्रति जाहिर किया जाने वाला सम्मान ही। पत्रकारों ने राज्यपाल से बिना शर्त माफी की मांग की है और आश्वासन मांगा है कि वह भविष्य में इस तरह का दुर्व्यवहार दोबारा नहीं करेंगे।
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