नई दिल्ली, 04 जनवरी, (वीएनआई) लोकसभा में आज रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस और दूसरे विपक्ष के सदस्यों की ओर से राफेल डील पर खड़े किए गए सवालों का जवाब दिया।
रक्षामंत्री सीतारमण ने बताया है कि डील एकदम साफ-सथुरी है और इसी साल सितंबर में पहला राफेल विमान भारत को मिल जाएगा। वहीं 2022 तक सभी 36 विमान भारत की सेना के पास होंगे। रक्षा मंत्री ने कहा कि डील के बेसिक दाम हम सार्वजनिक कर चुके हैं लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष अलग-अलग जगह नए-नए दाम बताते रहे। कांग्रेस बताए कि उसे 526 करोड़ का आंकड़ा कहां से मिला। हमने तो 9 फीसदी कम दाम में राफेल विमान खरीदे हैं। उन्होंने विपक्ष के आरोपों को नकारते हुए कहा कि कहा रक्षा डील देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला है। देश की सुरक्षा से समझौता नहीं हो सकता। गौरतलब है कि विपक्ष मामले की जांच के लिए जेपीसी बनाए जाने की मांग कर रहा है लेकिन सत्तापक्ष इस पर तैयार नहीं है।
सीतारमण ने आगे कहा, भारत को चौतरफा खतरा है और विपक्ष इस बात को समझे। बीते सालों में हमारे पड़ोस के देशों ने लगातार अपनी सैन्य क्षमता बढ़ाई लेकिन हम ऐसा नहीं कर सके, कांग्रेस की सरकारों ने इस ओर ध्यान ही नहीं दिया। ऐसे में राफेल खरीद का फैसला वायुसेना की जरूरत के हिसाब से लिया गया। सरकार डील पर हर सवाल का जवाब देने को तैयार है लेकिन कांग्रेस को रक्षा सौदे की गोपनीयता समझनी चाहिए। एचएएल से सौदा लेकर दूसरी कंपनी को दिए जाने पर रक्षामंत्री ने कहा कि कांग्रेस घड़ियाली आंसू ना बहाए, यूपीए के वक्त भी एचएएल के साथ कोई करार साइन नहीं किया गया था।
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