नई दिल्ली, 15 जून (वीएनआई)| मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कश्मीर के वरिष्ठ पत्रकार शुजात बुखारी की निर्मम हत्या की निंदा करते हुए आज कहा कि उनके हत्यारों को 'धर्म, मानवता या शांति बहाली के प्रति कोई सम्मान नहीं है'।
माकपा ने कहा, यद्यपि हत्यारों की पहचान अभी नहीं हो पाई है, लेकिन यह स्पष्ट है कि जो लोग ईद की पूर्व संध्या पर इस तरह का भयानक कृत्य करते हैं, जब पूरी घाटी जश्न मनाने के लिए तैयार है, उनमें धर्म, मानवता या शांति बहाली के लिए कोई सम्मान नहीं है। उनकी पहचान करके उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। माकपा ने कहा है कि यह हमला एक लक्षित और सुनियोजित हत्या थी। हमले में उनके दो सुरक्षाकर्मियों की भी मौत हो गई है।
माकपा ने कहा, शुजात एक निर्भीक और स्वतंत्र पत्रकार थे, जो किसी के दबाव के आगे नहीं झुकते थे। उनकी आवाज तर्कसंगत होती थी और उनके लेखन का बहुत सम्मान था। उनकी हत्या ने जम्मू-कश्मीर में काम करने वाले स्वतंत्र पत्रकारों के समक्ष मौजूद कठिन परिस्थितियों को उजागर किया है। उन्होंने कहा, "माकपा बुखारी के परिवार और उनके सहयोगियों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती है और सुरक्षाकर्मियों के परिवारों के लिए भी गहरी संवेदना व्यक्त करती है, जो अपने कर्तव्यों के निर्वहन करते हुए मारे गए।
गौरतलब है कि अंग्रेजी दैनिक राइजिंग कश्मीर के संस्थापक और प्रधान संपादक बुखारी की गुरुवार शाम श्रीनगर के लाल चौक इलाके में स्थित उनके कार्यालय के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसके पहले भी उनपर हमले हुए थे, लेकिन वे बच गए थे, और उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई गई थी।
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