नई दिल्ली,7 मार्च (अनुपमाजैन,वीएनआई) होली के रंगो से सिर्फ देश ही सराबोर नही हुआ बल्कि क्या कोरिया,क्या दक्शिण अफ्रीका और क्या मिस्त्र, होली के रंगभरी फुहा्रो ने देश की सीमाओ से निकल कर पशिचमी देशो , मॉरीशस जैसे केरिबियायी देशो ,और साझा संस्कृति वाले पड़ोसी देशो के साथ कोरिया, मिस्त्र, दक्षिण अफ्रीका जैसे सुदुदूरवर्ती देशोके साथ पूरी दुनिया को अपने सतरंगी रंगो की फुहारो से भिगो दिया, इस मौके पर लोग हिन्दी फिल्मी गानो की धुनो पर थिरक रहे थे, पंरपरागत लजीज भारतीय व्यंजनो के जायके का लुत्फ उठा रहे थे.यही नही इस बार राजधानी स्थित अनेक दूतावासो ने भी अपने यहा होली खेलने का आयोजन किया जिसमे दूतावासो के विदेशी कर्मियो ने पूरे उत्साह से होली के रंग खेले और परंपरागत भारतीय व्यंजन, चाट आदि स्वाद ले कर खाये.
मिस्त्र की राजधानी काहिरा मे आयोजित विशेष होली उत्सव मे लग्भग १६,००० लोगो ने हिस्सा लिया जिसमे भारतीयो के अलावा बड़ी तादाद् मे मिस्त्र के स्थानीय लोगो और अन्य विदेशियो ने हिस्सा लिया दक्षिण अफ्रीका की राजधानी जोहानिस्बर्ग मे होली के राग रंग मे हिस्सा लेने वालो को सफेद परिधान पहन कर आने को कहा गया था और होली खेलने के बाद जब वे वहा से निकले तो सब होली के रंगो मे रंगे लाल गुलाबी हो गये थे.दक्शिण कोरिया,दुबई से लेकर अमरीका, इंगलेंड, आस्ट्रेलिया,कनाडा आदि पश्चिमी देशो के साथ भारतीय संस्कृति की साझी डोर से बंधे मॉरीशस जैसे अन्य केरिबियायी देश व पड़ोसी देशो के साथ म्यांमार,बंगलादेश,नेपाल, भूटान आदि देशो मे भी होली के रंग खूब उड़े. राजधानी स्थित नॉर्वे दूतावास मे आयोजित विशेष समारोह मे होली खेलने के लिये स्वैछिक संगठन 'बचपन बचाओ आंदोलन' के बच्चो को आमंत्रित किया. इस अवसर पर राजदूत और अन्य कर्मियो के साथ इस संगठन के प्रमुख और नोबल पुरुस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी ने बच्चो के साथ होली खेली. आस्ट्रेलिया, जर्मनी स्थित अनेक दूतावासो ने अपने यहा होली खेलने के रंगा रंग आयोजन किये.वी एन आई