हैदराबाद, 18 अप्रैल (वीएनआई)| माकपा ने आज चुनावों में भाजपा को हराने के लिए धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक ताकतों के एक होने का आह्वान करते हुए अपने 22वें कांग्रेस सम्मेलन की शुरुआत की।
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि देश के लिए एक वैकल्पिक नीति पाने के लिए धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक ताकतों का एक होना जरूरी है। उन्होंने विश्वास जताया कि पार्टी सम्मेलन पार्टी की स्वंतत्र गतिविधियों को मजबूती, लोगों के संघर्ष में तेजी, वाम दलों की एकता को मजबूती और वाम व लोकतांत्रिक ताकतों की एकता को बढ़ाने में एक नई दिशा प्रदान करेगा।
पांच दिवसीय सम्मेलन में विचार विमार्श के मुद्दों को साफ करते हुए येचुरी ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने लोगों को अभूतपूर्व दुख दिया है और साथ ही सामाजिक ताने बाने की एकता व अखंडता को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा, "कठुआ और उन्नाव में दुष्कर्म की दिलों को झकझोर कर रख देनी वाली घटनाओं ने हमारे समाज का अमानवीकरण दर्शाया है। सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के लिए दुष्कर्म को हथियार के तौर पर प्रयोग करते देखना शर्मनाक है। इसका मुकाबला कर इसे हराया जाना चाहिए।"
उन्होंने कहा कि गोरक्षा के नाम पर हत्यारे मुस्लिमों और दलितों को निशाना बनाकर हमला कर रहे हैं। उन्होंने कहा, नैतिकता सिखाने के नाम पर हमारे युवाओं को बताया जा रहा है कि क्या पहनें, क्या खाएं और किसे दोस्त बनाएं। जो इन दिशानिर्देशों का पालन नहीं करते उनपर हमला किया जाता है। भाजपा/आरएसएस के सरंक्षण में यह निजी सेनाएं हमारे सामाजिक ढांचे पर नियंत्रण की ओर अग्रसर हैं।उन्होंने कहा कि त्रिपुरा और केरल में आरएसएस और भाजपा द्वारा वाम कार्यकर्ताओं को निशाना बनाकर जानलेवा हमला किए जा रहे हैं।
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