नई दिल्ली, 28 फरवरी, (वीएनआई) बसपा प्रमुख मायावती ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर दिल्ली हिंसा की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग की है।
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने लिखा है कि दिल्ली में 1984 के सिख दंगों की तरह ही हिंसा हुई है। दिल्ली में हुई हिंसा ने दुनिया भर में देश का गलत चेहरा पेश किया है। इसमें खासतौर से केंद्र सरकार की विशेष जिम्मेदारी बनती है। भाजपा और इसकी सरकार अपने कानूनी संवैधानिक जिम्मेदारियों को निभाने में काफी हद तक विफल रही है।
मायावती ने आगे कहा है, भाजपा न खुद ऐसा कोई काम करें और ना ही पार्टी के लोग किसी तरह का उग्र बयान दें, जिससे देश में अराजकता का माहौल बने। ज्यादा चिंता की बात यह है कि दंगों की आड़ में जो अब घिनौनी राजनीति की जा रही है, जिसे पूरा देश देख रहा है, उससे यहां की सभी राजनीतिक पार्टियों को जरूर बचना चाहिए। उन्होंने कहा है कि दिल्ली दंगों की उच्चतम न्यायालय की निगरानी में जांच हो। दंगों में हुये जान-माल के नुकसान की केंद्र और दिल्ली सरकार मिलकर पूरी भरपाई करे।
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