मुम्बई 6 दिसम्बर (वीएनआई) देवेंद्र फडणवीस 10 साल में तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले भाजपा के पहले नेता हैं।, उनका जीवन एक ऐसी दिलचस्प कहानी है, जो सुनने वाले को सोचने पर मजबूर कर देती है। साधारण परिवार से आने वाले देवेंद्र ने अपने दम पर राजनीति में अपनी पहचान बनाई। बचपन से ही वे अलग नजर आते थे। दोस्त कहते हैं कि वह कभी झगड़ा नहीं करते थे, हमेशा नियमों का पालन करते और हर किसी की मदद के लिए तैयार रहते। मी्डिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक दोस्त ्के मुताबिक कि एक बार बहस प्रतियोगिता में वह देवेंद्र के खिलाफ थे, लेकिन जब उन्होंने देवेंद्र से कुछ मदद मांगी, तो उन्होंने खुशी-खुशी कुछ अच्छे तर्क सुझाए। उसी तर्क से वह प्रतियोगिता जीत भी गए।
्गौरतलब है कि देवेंद्र के पिता गंगाधरराव फडणवीस राजनीति में थे, लेकिन उन्होंने अपने बेटे को खुद मेहनत करने दिया। देवेंद्र ने हमेशा अपने बलबूते पर आगे बढ़ने की कोशिश की। स्कूल के दिनों में, जब देश में इमरजेंसी लगी थी, उन्होंने इंदिरा कॉन्वेंट स्कूल छोड़कर सरस्वती विद्यालय में दाखिला लिया। यह उनका पहला बड़ा फैसला था, जिसने दिखाया कि वे अपनी सोच को लेकर कितने साफ थे।
देवेंद्र फडणवीस का राजनीतिक सफर भी बेहद दिलचस्प है। 22 साल की उ्कम म्र में वे नगरसेवक बने और 27 की उम्र में नागपुर के सबसे युवा महापौर। इतनी कम उम्र में उन्होंने राजनीति के जमीनी काम को समझा और जनता के बीच अपनी जगह बनाई। लेकिन उनके जीवन का सबसे मजेदार किस्सा उनके "मॉडल एमएलए" बनने का है। मी्डिया रिपोर्ट्स के अनुसार उनके दोस्तों ने उन्हें मॉडलिंग का सुझाव दिया। शुरुआत में वे हिचकिचाए, लेकिन बाद में तैयार हो गए। सैकड़ों फोटो खिंचवाए गए, और उनकी तस्वीरें पूरे नागपुर में होर्डिंग्स पर लग गईं। यह सब मजाक में शुरू हुआ था, लेकिन लोगों को उनका यह रूप भी बहुत पसंद आया।
उनकी सफलता के पीछे उनके परिवार का बड़ा हाथ है। उनकी मां सरिता फडणवीस के आशीर्वाद का उनके जीवन में खास महत्व है। जब महायुति की बड़ी जीत हुई, तब उन्होंने अपनी मां को फोन कर कहा, “शाम को आकर आपका आशीर्वाद लूंगा।” यह बात दिखाती है कि बड़े पद पर होने के बाद भी उनके दिल में अपने परिवार के लिए जगह सबसे खास है।
उनकी पत्नी अमृता फडणवीस भी ुउनके जीवन मे बहुत महत्व रखती है, हैं। साल 2005 में देवेंद्र फडणवीस और अमृता की शादी हुई थी।वे बैंकर होने के साथ-साथ एक अच्छी गायिका और समाजसेवी भी हैं। उनकी बेटी दिविजा उनके परिवार का सबसे प्यारा हिस्सा है। यह परिवार दिखने में जितना साधारण है, उतना ही जमीन से जुड़ा हुआ है।अमृता फडणवीस ने एक पोस्ट गुरुवार की रात सवा नौ बजे करके लिखा कि अपने भाई और भाभी (पत्नी) पर प्यार व्यक्त करने के लिए धन्यवाद महाराष्ट्र। अमृता फडणवीस (Amruta Fadnavis) ने आगे लिखा है कि मैं अपनी पूरी क्षमता से आपके भाई की पत्नी की भूमिका निभाऊंगी। अमृता फडणवीस ने वादा किया है कि मेरा मिशन होगा कि मैं सकारात्मक बदलाव लेकर आऊं।
देवेंद्र फडणवीस का जीवन यह सिखाता है कि मेहनत, सही सोच और परिवार का साथ हो, तो कोई भी ऊंचाई हासिल की जा सकती है। उनकी कहानी सिर्फ एक नेता की नहीं, बल्कि एक अच्छे इंसान और परिवार के मजबूत सदस्य की है, जो अपनी हर जीत को अपनों के साथ बांटना जानता है।
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