कल फादर्स डे था, तेज़ रफ्तार ज़िंदगी मे आईये कुछ पल ठहर कर बचपन की स्मृतियों को याद करें, माता पिता के अथाह दुलार के स्पर्श को फिर से महसूस करें, पिता के दुलार की बरगद सी छाया और माँ के आंचल पकड़्कर जिये बचपन को फिर से याद करें, माँ पिता अनमोल हैं ...
कल फादर्स डे था, तेज़ रफ्तार ज़िंदगी मे आईये कुछ पल ठहर कर बचपन की स्मृतियों को याद करें, माता पिता के अथाह दुलार के स्पर्श को फिर से महसूस करें, पिता के दुलार की बरगद सी छाया और माँ के आंचल पकड़्कर जिये बचपन को फिर से याद करें, माँ पिता अनमोल हैं ...