चंडीगढ़, 14 अगस्त, (वीएनआई) उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के फैसले को समय की मांग बताते हुए कहा कि देश की अखंडता और एकता के लिए यह जरूरी था।
वेंकैया नायडू ने पंजाब यूनिवर्सिटी में भाषण देते हुए कहा, अनुच्छेद 370 को निरस्त करना देश की एकता और अखंडता के लिए समय की मांग थी। जम्मू कश्मीर का भारत में विलय अटल सत्य है। अनुच्छेद 370 केवल एक अस्थायी प्रावधान था। हम किसी को भी भारत के आंतरिक मामलों में दखल करने नहीं देंगे। उन्होंने आगे कहा, 27 नवंबर 1963 को अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के मुद्दे पर जवाब देते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित नेहरू ने स्वयं कहा था कि धारा 370 महज एक अस्थायी प्रावधान है। वह संविधान का स्थायी भाग नहीं है।
उपराष्ट्रपति ने कहा, 'पूरा देश अनुच्छेद 370 के निरस्त होने से प्रसन्न है। यह देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा का मसला है। यह विषय सांप्रदायिक है ही नहीं। गौरतलब है बीते दिनों केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने का बिल पेश किया था। साथ ही जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाने की सिफारिश की थी।
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