नई दिल्ली,10 मई(अनुपमाजैन/वीएनआई) हिमाचल प्रदेश सरकार ने केन्द्र से शिमला को प्रदेश की राजधानी और एक प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल होने के ्नाते इसे स्मार्ट सिटी मिशन के अन्तर्गत शामिल किये जाने का आग्रह किया है इसके साथ ही राज्य के धर्मशाला कुल्लू-मनाली और मंडी-सुंदरनगर जैसे आकर्षक पर्यटन स्थलो को भी केन्द्र कई अम्रुत योजना के अन्तर्गत शामिल करने का अनुरोध किया है।
राज्य के शहरी विकास मंत्री श्री सुधीर शर्मा ने आज यहा केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री श्री वैंकेया नायडू के साथ एक बैठक के दौरान यह मांग उठाई। बैठक मे श्री नायडू ने आश्वासन दिया कि हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक, सामाजिक एवं आर्थिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए राज्य को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। इस मौके पर श्री शर्मा ने प्रदेश में विकास से जुड़े अन्य कई प्रमुख मामलों पर भी केन्द्रीय मंत्री से चर्चा की।
श्री शर्मा ने कहा कि शिमला को अम्रुत योजना में शामिल किया गया है लेकिन प्रदेश की राजधानी और एक प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल होने के कारण इसे स्मार्ट सिटी मिशन के अन्तर्गत भी शामिल करने की आवश्यकता है ताकि शहर का और विकास हो सके। उन्होंने आग्रह किया कि राज्य का सबसे बड़ा शहर होने तथा इसके ऐतिहासिक एवं धरोहर दर्जें को ध्यान में रखते हुए शिमला को अतिरिक्त तौर पर स्मार्ट सिटी मिशन में भी शामिल किया जाए।
श्री शर्मा ने कहा कि धर्मशाला को स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शामिल किया गया है और उन्होंने मांग की कि इस शहर को अम्रुत मिशन में भी शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को इस संदर्भ में प्रस्ताव भेजा गया है। भारत सरकार ने स्मार्ट सिटी मिशन के अन्तर्गत चयनित अधिकांश शहरों को अम्रुत योजना में भी रखा है, इसलिए प्रदेश के व्यापक हितों को ध्यान में रखते हुए धर्मशाला को भी इस योजना में शामिल किया जाए।
उन्होंने कुल्लू-मनाली और मंडी-सुंदरनगर जैसे आक्र्षक स्थलो को भी सामूहिक रूप् से अम्रुत योजना में षामिल करने की भी मांग की
राज्य की विभिन्न विकास परियोजनाओं के लिए सहयोग देने पर केन्द्रीय मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत विशेष श्रेणी राज्य हिमाचल प्रदेश को वित्तीय सहायता बढ़ाई जाए
प्रदेश के शहरी विकास विभाग के निदेशक कै. जे.एम. पठानिया भी बैठक में उपस्थित थे। वी एन आई