नई दिल्ली, 27 जून, (वीएनआई) रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने देश में बिगड़ती हुई बैंकिंग व्यवस्था के बीच बैड लोन के बारे में कहा है कि आने वाले समय में ये और भी बढ़ सकते हैं। जो बैड लोन मार्च 2018 में 11.6 फीसदी थे, वह वित्त वर्ष के अंत तक 12.2 फीसदी तक पहुंच सकते हैं।
आरबीआई द्वारा बीते मंगलवार को जारी कि गई रिपोर्ट में आने वाले हालात के बारे में बैंकों के बैड लोन पर चिंता व्यक्ति की गई है। आरबीआई ने रिपोर्ट में कहा है कि बैंकिंग सेक्टर का मौजूदा संकट अभी जारी रह सकता है। क्योंकि आने वाले कुछ महीनों में एनपीए के अनुसात में अभी और भी बढ़ोतरी हो सकती है।आरबीआई ने 11 बैंकों को बैड लोन में डाल रखा है। ये 11 बैंक हैं- आईडीबीआई बैंक, यूको बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन ओवरसीज बैंक, देना बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, युनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, कॉरपोरेशन बैंक और इलाहाबाद बैंक। आरबीआई का कहना है कि इन 11 बैंकों में से छह को 9 फीसदी की आवश्यक जोखिम-समाधान परिसंपत्ति अनुपात की तुलना में पूंजी की कमी का सामना करना पड़ सकता है।
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