नई दिल्ली, 1 जुलाई (वीएनआई)| संसद में जीएसटी को लेकर बुलाये गए विशेष रात्रि सत्र में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शुक्रवार को कहा कि वस्तु एवं सेवा कर का लागू होना देश के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण क्षण है और यह देश की परिपक्वता एवं विवेक की भेंट है। मुखर्जी ने कहा कि आगामी महीनों में जीएसटी परिषद और केंद्रीय और राज्य सरकारें लगातार इसकी समीक्षा करेंगी और इसमें सुधार करेंगी।
राष्ट्रपति मुखर्जी ने संसद के केंद्रीय सभागार से अपने संबोधन में कहा, "जीएसटी का लागू होना देश के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण क्षण है। यह ऐतिहासिक क्षण उस 14 वर्ष की यात्रा की समाप्ति है, जो दिसंबर 2002 में शुरू हुई थी। जब केलकर टास्क फोर्स ने मूल्य वर्धित कर सिद्धांत के आधार पर एक समग्र वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का सुझाव दिया था। मुखर्जी ने कहा, "वित्त मंत्री के तौर पर मैं जीएसटी की रूपरेखा और इसके क्रियान्वयन में में शामिल रहा। यह व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए संतुष्टि भरा क्षण भी रहा क्योंकि वित्त मंत्री के तौर पर मैंने 22 मार्च 2011 को संविधान संशोधन विधेयक पेश किया था। उन्होंने कहा कि अप्रत्यक्ष कराधान का यह नया युग केंद्र सरकार और राज्यों के बीच व्यापक सहमति का नतीजा है।