नई दिल्ली, 12 जनवरी (वीएनआई)| राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने आज कहा कि जवानी की अधीरता शायद युवा मस्तिष्क को बंधी-बंधाई परिपाटी से अलग हटकर सोचने का और कुछ नया करने का अवसर देती है।
स्वामी विवेकानंद की जयंती पर मनाए जाने वाले राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर ग्रेटर नोएडा के गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2018 के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए यह बात कही। उन्होंने कहा, कुछ लोग कहते हैं कि आज के युवाओं में धैर्य नहीं है। लेकिन, शायद एक तरह से यही वह बात है जो हमारे युवाओं में कुछ नया करने का जोश भरती है। यह हमारे युवाओं को लीक से हटकर सोचने और कुछ नया करने में सक्षम बनाती है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार चाहती है कि देश के युवा रोजगार मांगने वाले नहीं बल्कि रोजगार देने वाले बनें।
प्रधानमंत्री पीएसएलवी सी-40 के सफल प्रक्षेपण पर इसरो को बधाई से अपने संबोधन की शुरुआत की। दूसरी ओर, कर्नाटक के बेलागावी में एक सर्व धर्म सभा को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का जोर भाईचारे पर था। मोदी ने कहा कि विवेकानंद का मानना था कि हमारी भलाई भारत के विकास में है। उन्होंने कहा, "कुछ लोग देश को तोड़ना चाहते हैं लेकिन ऐसे तत्वों को देश के युवा मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। हमारे युवा कभी गुमराह नहीं हो सकते।"
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