शियामेन, 4 सितम्बर (वीएनआई)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शांति और विकास के लिए ब्रिक्स सदस्य देशों के बीच सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिक्स देशों के तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन के पूर्ण सत्र को संबोधित करते हुए कहा, शांति और विकास के लिए सहयोग महत्वपूर्ण है। नवाचार और डिजिटल अर्थव्यवस्था पर ब्रिक्स देशों की मजबूत भागीदारी विकास और पारदर्शिता को बढ़ावा देने के साथ ही सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) का समर्थन करने में सहायता कर सकती है। उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत में गर्मजोशी से स्वागत के लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का आभार जताया।
प्रधानमंत्री ने स्मार्ट शहरों, शहरीकरण और आपदा प्रबंधन में सहयोग बढ़ाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हम स्वास्थ्य, स्वच्छता, कौशल, खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा, शिक्षा, लैंगिक समानता सुनिश्चित करने और गरीबी उन्मूलन के मिशन पर हैं। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स देश (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) सौर ऊर्जा एजेंडे को मजबूत करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) के साथ मिलकर काम कर सकते हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि यह किफायती, विश्वसनीय और टिकाऊ ऊर्जा हमारे देशों के विकास के लिए बेहद जरूरी है।
मोदी ने कहा, अक्षय ऊर्जा विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैलोगों से लोगों के आदान-प्रदान में तेजी लाने की सराहना करते हुए मोदी ने कहा कि इस तरह के परस्पर मेल-मिलाप ने हमारे संबंधों को मजबूत किया है। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स ने दुनिया में सहयोग, स्थिरता और विकास के लिए एक मजबूत ढांचा तैयार किया है। प्रधानमंत्री ने कौशल, स्वास्थ्य, बुनियादी, विनिर्माण और संचार के क्षेत्र में ब्रिक्स और अफ्रीकी देशों के बीच क्षमता निर्माण में सहयोग का स्वागत किया।मोदी सम्मेलन में भाग लेने के लिए रविवार को शियामेन पहुंचे थे।
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