नयी दिल्ली,29 मार्च (शोभनाजैन/वीएनआई) आतंकी गुट आईएसआईएस द्वारा दक्षिण यमन के एक वृद्धाश्रम से अगवा भारतीय पादरी फादर टॉम उजहन्नालिल की सलामती के बारे मे अनिश्चितता बनी हुई है हालांकि इस बारे चल रही परस्पर विरोधी खबरो के बीच अब ्फिर खबर आयी है,कि उनकी गुडफ्राइडे के दिन कथित हत्या कर दी गई. ब्रिटेन की एक अखबार डेली मेल के हवाले से यह आशंका व्यक्त की गयी है. हालांकि, पादरी के परिवार और भारत सरकार की ओर से फिलहाल इस बारे में कोई पुष्टि नहीं की गयी है. टॉम यमन में मदर टेरेसा मिशनरीज के चैरिटी के लिए काम करते थे और उन्हे 4 मार्च को यमन के एक ओल्ड एज होम से हमले के बाद आईएसआईएस ने अगवा कर लिया था.
अखबार में छपी खबर के मुताबिक विएना में ईस्टर मास के दौरान कार्डिनल क्रिस्टोफ शानबार्न ने पादरी की मौत की पुष्टि की है. उन्होंने मीडिया को बताया कि आतंकियों ने फादर को सूली पर चढ़ा दिया. केरल के रहने वाले टाम उजहूनालिल एक कैथोलिक फादर थे.
डेली मेल के अनुसार 25 मार्च को गुड फ्राइडे के दिन ही ऐसी खबरें आयी थीं कि फादर टॉम को आईएसआईएस सूली पर लटका सकता है. लेकिन तीन दिनों तक इसकी पुष्टि नहीं हो पायी. सोशल मीडिया पर भी एक पोस्ट वायरल हो रहा था. इसके अनुसार आशंका जतायी जा रही थी कि आतंकी संगठन आईएस भारतीय पादरी को फांसी दे सकता है.
इसी बीच भारत सरकार ने फादर टॉम को रिहा करवाने के लिए हर संभव प्रयास की बात कही थी. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने 26 मार्च को ट्विट कर कहा था कि यमन से अगवा भारतीय पादरी फादर टॉम उजहन्नालिल की रिहाई के लिए भारत अपने स्तर से हर प्रयास कर रहा है. चार मार्च को आईएस द्वारा किये गये हमले में टॉम उजहन्नालिल को यमन में एक शरणार्थी कैंप से अगवा कर लिया गया था.्वी एन आई