इंफाल, 29 नवंबर (वीएनआई)| मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने आज इंफाल के सभी फुटपाथों और अन्य खाली जगहों पर रेहड़ी-पटरी लगाने वाली हजारों महिला विक्रेताओं को आसान ऋण देने का वादा किया।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा इंफाल नगर निगम को दान किए गए एक कचरे के ट्रक के कमीशनिंग समारोह के मौके पर उन्होंने कहा, इससे शहर से बहुत दूर रहने वाली महिला विक्रेता कमाई के कुछ अन्य माध्यमों से आजीविका अर्जित करने में सक्षम होंगी मणिपुर में सभी बाजार विशेष रूप से महिलाओं द्वारा चलाए जाते हैं। बीरेन सिंह ने कहा, फेरी लगाने वाली महिला विक्रेताएं तेजी से बढ़ते शहर में यातायात और पैदल चलने वाले लोगों को बाधित करती हैं। बैंक ऋण के साथ विक्रेता बुनाई, बतख व मुर्गी पालन और कहीं भी व्यापार शुरू कर सकती हैं। उन्होंने कहा, ऐसी स्थिति होने पर शहर में कही भीड़भाड़ नहीं होगी। सरकार द्वारा सड़कों पर फेरी वालों को हटाने का यह दूसरा प्रयास है।
कुछ महीने पहले मंत्री टी. श्यामकुमार ने शहर को स्वच्छ बनाने के लिए सड़क पर फेरी लगाने वाले विक्रेताओं को हटा दिया था। लेकिन कुछ ही घंटे में महिलाएं अपनी अपनी जगह पर वापस आ गईं। मंत्री इंफाल नगर निगम के प्रभारी हैं। बुधवार को समारोह में उपस्थित श्यामकुमार ने कहा, हम महिला विक्रेताओं से सहयोग की इच्छा रखते हैं और उनसे अपील करते हैं कि वह सड़कों पर फलों और सब्जियों के छिलके न फैलायें। महिला विक्रेताओं ने तुरंत ही मुख्यमंत्री के सुझाव पर प्रतिक्रिया दी। जिसमें सिंह ने कहा था कि महिला विक्रेताओं ने नए व्यवसाय को शुरू करने के लिए ऋण लिया है। मछली विक्रेता पिशाकमचा ने कहा कि वह इंफाल आने वाले कई मछुआरों से मछलियां खरीदती है और बहुत ही कम मुनाफे पर अपना परिवार चलाती है। उन्होंने कहा कि मैं मुर्गियां या बतख पालन कर अपना जीवन नहीं चला सकती। नुंगशिटोम्बी लैशराम एक फल विक्रेता है जो रोज सुबह 3 बजे इंफाल पहुंच जाती हैं। उन्होंने कहा, मेरी उम्र 70 साल की है और मैं कोई अन्य काम नहीं कर सकती हूं। अतीत में, महिला विक्रेताओं को एक वैकल्पिक बाजार आवंटित किया गया था लेकिन उन्होंने नई जगह जाने से इंकार कर दिया था। महिला विक्रेताओं ने कहा कि वह बाजार ग्राहकों के लिए अनुकूल नहीं था।
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