नई दिल्ली, 20 अगस्त, (वीएनआई) केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने छात्रों के शिक्षा संवर्धन को लेकर जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं। जिसमें सामुदायिक केंद्रों में हेल्पलाइन सेवा स्थापित करने जैसे उपाय भी शामिल किए गए हैं।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि इन दिशा निर्देशों से उन बच्चों को मदद मिलेगी, जिनके पास अपने शिक्षकों के साथ साथ घरों पर सीखने के अवसरों हेतु डिजिटल संसाधन नहीं हैं। इसके साथ ही इससे उन बच्चों को भी सीखने में मदद मिल सकेगी, जो अपने घरों पर ही रेडियो, टेलीविजन या फिर स्मार्टफोन की मदद से सीख रहे हैं। उन्होंने आगे कहा शिक्षा संवर्धन को लेकर जारी किए गए ये दिशा निर्देश और मॉडल तीन तरह की स्थितियों के लिए सुझाए गए हैं। इनमें पहली स्थिति वो है, जिसमें छात्रों के पास कोई डिजिटल संसाधन मौजूद नहीं है। दूसरी स्थिति वो है, जिसमें छात्रों के पास सीमित डिजिटल संसाधन हैं। वहीं तीसरी स्थिति वो है, जिसमें छात्रों के पास ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण करने के लिए डिजिटल संसाधन मौजूद हैं।
गौरतलब है ये दिशा निर्देश राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद ने तैयार किए हैं। इनमें समुदाय के सदस्यों और पंचायती राज के सदस्यों की सहायता से सामुदायिक केंद्रों में हेल्पलाइन सेवा स्थापित करने की बात कही गई है। जिससे इस प्रणाली की जानकारी छात्रों के अभिभावकों तक पहुंचाई जा सके। ताकी वह भी अपने बच्चों की नई चीजें सीखने में मदद कर सकें।