नई दिल्ली, 07 दिसंबर, (वीएनआई) हैदराबाद में एक डॉक्टर की गैंगरेप के बाद हत्या के मामले में पुलिस द्वारा उन चारों आरोपियों का एनकाउंटर करने पर भारत के मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे ने टिप्पणी करते हुए कहा है कि बदले की भावना से न्याय अपना चरित्र खो देता है
न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे ने कहा कि यदि यह बदले के इरादे से किया गया है तो न्याय कतई न्याय नहीं हो सकता है। यदि बदले की भावना से यह किया जाए तो न्याय अपना चरित्र खो देता है। वहीं इससे पहले ऐडवोकेट जीएस मणि और प्रदीप कुमार यादव ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। yachika में कहा है कि कार्रवाई के दौरान पुलिस ने कोर्ट के साल 2014 में दिए गए निर्देशों का पालन नहीं किया है।
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