सूरत 20 फरवरी (वीएनआई)पी एम मोदी का विवादित और नामधारी सूट आखिर 3 दिन तक चली बोलियों के बाद सूरत के हीरा व्यापारी धर्मानंद डायमंड्स के लालजी भाई का हो गया। हालांकि बोली 5 करोड़ रुपये की भी लगाई गई थी लेकिन तब नीलामी का वक्त खत्म हो चुका था, इसलिए लालजी भाई 4 करोड़ 31 लाख 31 हजार 311 की बोली को आखिरी माना गया।
पीएम मोदी ने यह\'सुनहरे धागे वाला, नीले रंग का सूट\' पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारत आने पर उनसे मुलाकात के दौरान पहना था। मीडिया रिपोर्ट्स में इस सूट की कीमत करीब 10 लाख रुपये आंकी गई थी। विपक्षी दलों ने पीएम मोदी की इतना महंगा सूट पहनने को लेकर आलोचना भी की थी।
कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि पीएम ने यह सूट तोहफे में लेकर अचार संहिता का उल्लंघन किया है। होम मिनिस्ट्री की ओर से जारी अचार संहिता में कहा गया है कि कोई भी केंद्रीय या राज्य मंत्री अपने नजदीकी रिश्तेदारों के अलावा किसी और से कीमती तोहफे नहीं ले सकता।
जेडीयू ने मोदी के इस सूट की नीलामी में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की बोली लगने पर कहा था कि कपड़े का यह टुकड़ा ऐतिहासिक है और बेचे जाने के बजाय इसे संग्रहालय में रखा जाना चाहिए। इसके अलावा राहुल गांधी और लालू प्रसाद यादव समेत कई नेताओं ने भी पीएम मोदी पर निशाना साधा था।
5 बजकर 2 मिनट पर मुंबई के एक व्यापारी भी 5 करोड़ की बोली लगाने पहुंचे लेकिन वक़्त ख़त्म हो गया था इसलिए बोली नहीं लगा पाए और आखिर मे बाज़ी आखिर सूरत के व्यापारी के हाथ ही लगी।
गौरतलब है इस नीलामी में 400 लोगों ने हिस्सा लिया ,जो कुल 990 चीजों के लिए बोली लगाई गयी. इस सूट के अलावा मोदी को उपहार में मिली 455 चीजों की भी नीलामी हुई लोगो ने अपनी बोली सीलबंद लिफाफे में जमा कराई
प्रधानमंत्री मोदी के सूट और दूसरे तोहफों की नीलामी से जो पैसे इकट्ठा होंगे, वो नमामि गंगा ट्रस्ट में जाएंगे, जिसका इस्तेमाल गंगा सफाई अभियान में किया जाएगा. बताते हैं कि नीलामी से मिलने वाली रकम का कुछ हिस्सा स्वच्छ भारत अभियान में भी इस्तेमाल होगा.