नई दिल्ली 8 अगस्त (वीएनआई) बार-बार भूलने की समस्या केवल बूढ़े लोगों के साथ ही नहीं बल्कि जवान लोगों के साथ भी होती है। दरअसल भूलने का मुख्य कारण एकाग्रता की कमी है। अच्छी याददाश्त के लिये अच्छे स्वास्थ्य और मस्तिष्क या ब्रेन की सक्रियता बेहद ज़रूरी है| मनुष्य के दिमाग मे बड़ी उम्र में भी स्वीकार करने एवं समयानुसार अपने को बदलने की अद्दभुत क्षमता होती है, इस क्षमता को न्यूरोप्लाटिसिटी कहते हैं, सही प्रोत्साहन या स्टिमुलेशन से हमारा मष्तिष्क नये न्यूरल पाथवे या तंत्रिका तन्त्र खोज लेता है जिससे वे परिस्थिती को भी बदल कर नये मार्ग भी ढूढ़ लेता है |
अक्सर यह सोच लिया जाता है कि मेरी तो स्मरण शक्ति कमजोर है पर वैज्ञानिकों का यह मत है कि हर व्यक्ति का दिमाग सामान्य तौर पर 50 करोड़ खरब सूचनाएं, जानकारियां या आकृतियां अपने स्मृति-पटल पर अंकित कर सकता है।
गौरतलब हौ कि आत्मविश्वास की कमी, तनाव और कुपोषण से स्मरण शक्ति कमजोर हो सकती है। नकारात्मक रूप से कभी न सोचें कि हम यह काम कर ही नहीं सकते हू। फ्लोरिडा विश्वविद्यालय के डॉं. रॉबिन वेस्ट के अनुसार अच्छी तकनीक, अभ्यास और मानसिक प्रेरणा से स्मरण शक्ति बढ़ सकती है। वैज्ञानिक सैम्युल जॉनसन का मानना है कि कि स्मरण शक्ति की कला सतर्कता की कला है।
अगर आपके साथ भी यही समस्या है और कमजोर स्मरण शक्ति आपके लिए परेशानी का कारण बनी हुई है, तो नीचे लिखे घरेलू उपायों को जरुर अपनाएं।
अखरोट एक बेहद महत्वपूर्ण ब्रेन फूड है यह एन्टी आक्सी डेंट से भरपूर है, शरीर में मौजूद प्राकृतिक रसायनों को नष्ट होने से बचाने में एन्टी आक्सीडेंट तत्वों की मह्त्वपूर्ण भूमिका रहती है|, इसमें उच्च कोटि की प्रोटीन भी होती है |अखरोट की बनावट या आकार मानव मस्तिष्क जैसा ही होता है। अखरोट का सेवन यादादाश्त या मेमोरी को दुरुस्त करने और मानसिक थकान को कम करने में उपयोगी माना जाता है। विशेषज्ञो के अनुसार अगर आप एक मुट्ठी अखरोट रोज खाएंगे तो आपका दिमाग 19 प्रतिशत तक बढ जाएगा क्योंकि ये दिमाग कि नसों को तेज बनाता है
ऑलिव ऑयल भी एक प्रकार का ब्रेन फूड है इसमे फैटी एसिड और पॉलीफिनॉल होता है जो कि जोड़ों और दिमाग कि सूजन को कम करते हैं और ब्रेन पावर को बढाते हैं।
अलसी के तेल में भी ओमेगा 3 फैटी एसिड्स प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं। मछली के तेल मे ओमेगा 3 फैटी एसिड्स की भरपूर मात्रा होती है पर अलसी के सेवन से भी मछली के तेल जितना फायदा मिलता है। अलसी का तेल आपकी एकाग्रता बढ़ाता है, आपकी स्मरण शक्ति तेज करता है तथा सोचने समझने की शक्ति को भी बढ़ाता है। नियमित रूप से अलसी के तेल के सेवन से आपको मष्तिष्क सम्बन्धी कोई विकार नहीं रहेगा। अलसी में 23 प्रतिशत ओमेगा-3 फेटी एसिड, 20 प्रतिशत प्रोटीन, 27 प्रतिशत फाइबर, लिगनेन, विटामिन बी ग्रुप, सेलेनियम, पोटेशियम, मेगनीशियम, जिंक आदि होते हैं। पूरे विश्व ने अलसी आहार का अभिन्न अंग बना कर, सुपर स्टार फूड के रूप में अपनाना शुरू कर दिया है कर लिया है
ब्रह्मी दिमागी शक्ति बढाने की मशहूर जड़ी-बूटी है। इसका एक चम्मच रस नित्य पीना हितकर है। इसके 7 पत्ते चबाकर खाने से भी वही लाभ मिलता है। ये दिमाग की शक्ति घटने पर रोक लगती है।
प्राकृतिक तरीकों से स्मरण शक्ति बढाने मे रोजमेरी तेल बहुत अहम है। इस तेल को दौनी के पत्तों से निकाला जाता है जिसमें बहुत हीं औषधीय गुण होते हैं। इसमें मष्तिष्क की शक्ति बढ़ाने के गुण होते हैं जिसके कारण इसे ब्रेन टोनिक भी कहा जाता है। इसके तेल का उपयोग स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए सदियों से किया जाता रहा है।इसकी खुशबू के कारण इसे सुगंध चिकित्सा में भी इस्तेमाल किया जाता है। इसकी तीखी खुशबू आपके मष्तिष्क को उत्प्रेरित करती है जिसकी वजह से आपके दिमाग की कार्यक्षमता बढ़ जाती है तथा आपकी एकाग्रता बढ़ती है जिनकी वजह से आप अपने काम पर अच्छी तरह से ध्यान लगा पाते हैं।
इसके अलावा ९ बादाम रात को पानी में गलाएं। सुबह छिलके उतारकर बारीक पीस कर पेस्ट बना लें। अब एक गिलास दूध गरम करें और उसमें बादाम का पेस्ट घोलें। इसमें 3 चम्मच शहद भी डालें। जाने पर उतारकर मामूली गरम हालत में पीएं। यह मिश्रण पीने के बाद एक घंटे तक कुछ न लें तो और भी अच्छे परिणाम आ सकते हैं।