नई दिल्ली, 08 जुलाई, (वीएनआई) क्रांतिकारी युवा संगठन और छात्रों ने बीते मंगलवार दिल्ली के विज्ञान भवन के सामने सीबीसीएस के खिलाफ भारी संख्या में विरोध प्रदर्शन किया|
संगठन ने बताया कि दिल्ली के विज्ञान भवन में एम एच आर डी का उपकुलपतियों के साथ मीटिंग चल रहा थी और मीटिंग के दौरान सीबीसीएस पर भी बात होनी थी| सीबीसीएस न सिर्फ छात्र-विरोधी है बल्कि इससे एसओएल के कोर्सेस डीवैल्यू हो जायेंगे| एसओएल में अभी तक सेमेस्टर सिस्टम नहीं लाया गया है| ऐसे में पहले से ही गैरबराबरी बनाकर रखी गयी है| सीबीसीएस के आने से ये गैरबराबरी और बढ़ेगी| एसओएल में तो हिंदी, इतिहास, अर्थशास्त्र जैसे विषयों में भी स्नातक करने का च्वाईस नहीं है| रेगुलर कॉलेजों में जो कोर्सों के साथ नए प्रयोग किये जा रहे उससे सबसे ज्यादा समस्या कॉरेस्पोंडेंस छात्रों को ही होने वाला है|
संगठन ने कहा हमारी मांग है की सीबीसीएस के साथ-साथ सेमेस्टर सिस्टम को भी वापस किया जाना चाहिए| रिफार्म के नाम पर लाये गए इन बदलावों से शिक्षा व्यवस्था और जनतांत्रिक होने के बजाय संकुचित हुई है और गैरबराबरी बढ़ी है| सुधार इस समय ये होना चाहिए था कि नए कॉलेज/विश्वविद्यालय बनाये जाए| अभी देश के 82% युवा उच्च शिक्षा से बाहर हैं| परन्तु, सरकार मजदूर-गरीब किसानों के परिवारों से आये हुए युवाओं के बारे में बिलकुल भी चिंतित नहीं दिखती है|