काबुल, 31 मई (वीएनआई) काबुल में आज सुबह भारतीय दूतावास के पास हुए शक्तिशाली बम विस्फोट में 80 लोगों की मौत और 350 लोग घायल हुए हैं. आत्मघाती कार बम धमाका भारतीय दूतावास से कुछ दूरी पर ही हुआ. यह पूरा ईलाका राजनयिक दूतावासो का क्षेत्र है. विस्फोट जर्मन दूतावास के दरवाजे पर हुआ इस धमाके के कारण दूतावास की खिड़कियां और दरवाजे टूट गए. हालांकि दूतावास के सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं.किसी भारतीय के भी इस हमले मे हताहत होने की खबर नही है. घायलो मे अनेक की हालत गंभीर है. विदेशमंत्री .सुषमा स्वराज ने ट्वीट के माध्यम से जानकारी देते हुए कहा कि काबुल में भारतीय दूतावास में सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज काबुल में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की। इस हमले को हाल के समय का सबसे बड़ा आतंकी हमला बताया गया है. मोदी चार यूरोपीय देशों के छह दिवसीय दौरे पर है।
धमाके के बाद धुएं के गुबार को साफ देखा जा सकता है, लेकिन अभी तक यह साफ नहीं है धमाके के निशाने पर कौन था. सूत्रों के मुताबिक- भारतीय दूतावास इसका निशाना नहीं था. जिस इलाके में धमाका हुआ है वह राष्ट्रपति आवास से बहुत दूर नहीं है और आसपास कई दूतावास हैं. अभी तक किसी ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद के सभी तरीको से निपटने के लिए भारत, अफगानिस्तान के साथ खड़ा है। मोदी ने ट्वीट कर कहा, "हम काबुल में आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं। हमारी संवेदनाएं मृतकों और घायलों के परिवार के साथ हैं। उन्होंने कहा, भारत आतंकवाद के सभी तरह के प्रारूपों से निपटने के लिए अफगानिस्तान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। आतंकवाद को सहयोग कर रही ताकतों को हराने की जरूरत है।"
इससे पूर्व अफगानिस्तान की टोलो न्यूज ने गृह मंत्रालय के हवाले से बताया कि आज विस्फोटकों से लदे पानी के टैंकर में विस्फोट हो गया था। नाटो के अनुसार, काबुल में नाटो रिसोल्यूट सपोर्ट के मुख्यालाय के पास स्थित जर्मनी दूतावास के करीब सुबह करीब 8.22 बजे जोरदार विस्फोट हुआ। विदेशी सैनिक घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं।
सोशल मीडिया पर जारी तस्वीरों में शहर के ऊपर काले धुएं का एक बड़ा गुब्बार देखा जा सकता है। यह विस्फोट भीड़भाड़ वाले समय पर हुआ। राजनयिक क्षेत्र में इस विस्फोट से भारी क्षति हुई। काबुल के जानबाक स्क्वायर के पास हुए विस्फोट से इमारतों को काफी नुकसान हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया कि ज्यादातर पीड़ितों में स्थानी नागरिक शामिल हैं जिनमें से बड़ी संख्या रोशन मोबाइल कंपनी के कर्मचारियों की है। इस घटना में किसी भारतीय नागरिक के हताहत होने की खबर नहीं है, दूतावास की इमारत की खिड़कियां जरूर टूट गई हैं। सुषमा ने ट्वीट कर कहा, "भगवान की कृपा से काबुल विस्फोट में भारतीय दूतावास के सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं।"इससे पूर्व 13 मई को काबुल में एक कार पर हथगोले से किए गए हमले में कम से कम तीन आम नागरिकों की मौत हो गई.
मार्च में भी काबुल में सैन्य अस्पताल में डॉक्टरों के भेष में आतंकियों ने हमला कर दिया था. आतंकवादियों के साथ सुरक्षाकर्मियों की छह घंटे चली मुठभेड़ में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी, जो अफगानिस्तान में अपना असर बढ़ा रहा है.इस हमले के बाद अस्पताल के वार्डों में छिपे दहशतजदा मेडिकल स्टाफ ने सोशल मीडिया पर मदद के लिए हताशा भरे संदेश डाले थे.