पीएम की 'मन की बात'-नोटबंदी से भृष्टाचार कम होगा, युवाओ से की विशेष अपील-देश को केशलेस बनाने मे मदद करे

By Shobhna Jain | Posted on 27th Nov 2016 | देश
altimg
नयी दिल्ली,२७ नवंबर(शोभना जैन/वीएनआई) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी पर गत ८ नवंबर के एलान के बाद आज पहली बार 'मन की बात' कार्यक्रम किया और उसमे देश्वासियो को भरोसा दिलाया कि इससे भृष्टाचार कम होगा साथ ही युवाओ से की विशेष अपील की कि देश को केशलेस बनाने मे सभी की मदद करे. उन्होने कहा कि सभी को मिल कर सत्तर साल की यह बीमारी दूर करनी है.पूरा विश्व यह देख रहा है कि क्या यह सफल होगा. विश्व को इस पर संकोच हो सकता है लेकिन भारत को इस पर पूरा विश्वास है कि हम सफल होंगे. देश सोने की तरह तप कर निखर कर निकलेगा. इसका कारण आप हैं यह आपके कारण संभव होगा. पूरे देश में केंद्र सरकार राज्य सरकार एक लाख 30 हजार , लाखों बैंककर्मचारी दिन रात इस काम में जुटे हैं. उन्होंने मन की बात में नोटबंदी, कैशलैस सोसाइटी, डिजिटल का इस्तेमाल समेत कालाधन रखने वालों को सीधा संदेश दिया. मन की बात में उन्होंने विशेष तौर पर युवाओं को संबोधित किया. उन्हें न सिर्फ समर्थन बल्कि सहयोग देने के लिए कहा. पीएम ने मन की बात कार्यक्रम की शुरूआत दिवाली में सेना के जवानो के साथ मनाये गये दिवाली का जिक्र करते हुए किया. उन्होंने कई चिट्ठियों का जिक्र किया जिसमें सेना की के जवानों को बधाई दी गयी है. सेना के जवान ने भी मुझे लिखा है होली दिवाली से बड़ा त्योहार देश की सुरक्षा होता है.इस बार कतई ऐसा नहीं लगा जैसे त्योहार है और मैं घर पर नहीं हूं. मुझे लगा मैं भी देश के साथ मिलकर दिवाली मना रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवाओं को विशेष तौर पर संबोधित किया. उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि दुनिया में जितना अनुभव आपको है पुरानी पीढ़ी को नहीं है. आप इंटरनेट का अच्छा इस्तेमाल कर रहे हो. हमारा सपना कैशलैस सोसाइटी का है. आपकी मदद चाहिए मुझे. आप इसके लिए मदद कर सकते हैं. मोबाइल बैंकिंग के लिए कितने सारे अवसर है. हर कोई इसका आराम से उपयोग कर सकता है चाहे चाय बेचने वाला हो, दुध बचने वाला हो, छोटा व्यपारी हो. एक पूरी पीढ़ी इससे अपरिचित है. मुझे आपसे इसमें मदद चाहिए. आप स्वंय कैशलेस सोसाइटी का हिस्सा बनेंगे. आप लोग अगर इस काम में लग जाएं तो हम एक महीने के भीतर- भीतर देश और दुनिया के सामने नयी अर्थव्यवस्था के रूप में खड़े हो सकते हैं. सिर्फ समर्थन नहीं परिवर्तन के साथी बनें. बदला लाने वाला नौजवान है. आप इस अभियान को आगे बढ़ाइये. इस मौके को गवाना नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैंने लोगों से सुझाव मांगे थे कि इस बार का कार्यक्रम किस पर किया जाए ज्यादातर लोगों ने इसी मुद्दे पर बात करने की सलाह दी है. मैं जानता था कि इस फैसले से परेशानी आयेगी. मैंने घोषणावक्त ही यह बात कही थी कि निर्णय इयुवाओ से की विशेष अपील-देश को केशलेस बनाने मे सभी की मदद करेतना बड़ा है कि इसमें 50 दिन लगेंगे. 70 साल से जिस बीमारी को हम झेल रही है उसका इलाज सरल नहीं होगा. आपका समर्थन और आपका सहयोग देखकर मुझे खुशी होती है. प्रधानमंत्री नरेेंद्र मोदी ने कालाधन रखने वालों को सीधा संकेत दिया. कई लोग अभी भी कालाधन को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. इसलिए वो गरीब लोगों की मदद ले रहे हैं. मैं उनसे यह कहना चाहता हूं कि आप सुधरना चाहते हैं या नहीं यह आप पर है लेकिन आपसे अनुरोध है कि आप इन काले कारनामों के लिए गरीब की मदद मत लीजिए. आपके कारनामों की वजह से मेरा गरीब फंस जायेगा. कालेधन के लिए कड़े कानून बनें है इसमे कोई गरीब नहीं फंसना चाहिए. नगरपालिका में कई लोगों ने अचानक टैक्स जमा किया. बड़े लोग पुराने नोट लेकर टैक्स चुकाने पहुंचे इस तरह 13 हजार करोड़ रुपया जमा हुआ. नगरपालिका में चार गुणा पैसा आ गया. इससे लोगोंं को ही आराम मिलेगा. काम होंगे. हमारा गांव हमारा किसान अर्थव्यस्था की मजबूत डोरी है. मैं देश के किसानों का अभिनंदन करना चाहता हूं. देश के बुआई के आकड़े बताते हैं कि पिछले वर्ष की तुलना में बोआई बड़ी है. कठिनाईयों के बीच किसान ने रास्ते ढुढ़ लिये हैं. छोटे व्यपारी को संदेश कई छोटे व्यपारी अब इंटरनेट के इस्तेमाल के जरिये कारोबार कर रहे हैं. बड़े बड़े मॉल ये कर रहे हैं तो आप भी कर सकते हैं. मैं आपको निमंत्रण देता हूं आप कैसलैश सोसाइटी बनाने में मदद कर सकते हैं. यह सुरक्षित है और सफल है. आप बदलाव के लिए आगे आइये. आप बदलाव का नेतृत्व कर सकते हैं. मन की बात कार्यक्रम से पहले उन्होंने ट्वीट किया. उन्होंने ई बैंकिंग को बढ़ावा देने की बात कही है. खासकर उन्होंने युवाओं से अपील की है कि मोबाइल बैंकिंग को बढ़ावा देंजिस समय मैंने ये निर्णय किया था तब भी मैंने सबके सामने कहा था कि निर्णय सामान्य नहीं है कठिनाइयों से भरा हुआ है. मुझे ये भी अंदाज़ था कि हमारे सामान्य जीवन में अनेक प्रकार की नयी–नयी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा.निर्णय इतना बड़ा है इसके प्रभाव से बाहर निकलने में 50 दिन तो लग जाएँगे,तब जाकर के नॉर्मल अवस्था की ओर हम बढ़ पाएँगे.आपकी कठिनाइयों को मैं समझता हूँ, भ्रमित करने के प्रयास चल रहे हैं फिर भी देशहित की इस बात को आपने स्वीकार किया है.कभी-कभी मन को विचलित करने वाली घटनायें सामने आते हुए भी, आपने सच्चाई के इस मार्ग को भली-भांति समझा है. 500,1000 रुपये और इतना बड़ा देश इतनी करेंसियों की भरमार और ये निर्णय-पूरा विश्व बहुत बारीक़ी से देख रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर में स्कूल जलाये जाने की चर्चा की. उन्होंने कहा कश्मीर से आये प्रधानों ने इस पर चिंता जतायी उन्होंने वादा किया था कि वो इस पर ध्यान देंगे. उन्होंने अपना वादा पूरा किया है. बोर्ड की परीक्षा में 95 फीसदी छात्रों ने हिस्सा लिया. यह इस बार की ओर इशारा करता है कि जम्मू कश्मीर के बच्चे भविष्य के लिए संकल्प ले चुके हैं.वी एन आई

Leave a Comment:
Name*
Email*
City*
Comment*
Captcha*     8 + 4 =

No comments found. Be a first comment here!

ताजा खबरें

Connect with Social

प्रचलित खबरें

© 2020 VNI News. All Rights Reserved. Designed & Developed by protocom india